कांग्रेस के नेताओं द्वारा केरल में बीफ पार्टी करने पर पूरे देश में बवाल हो गया था। और इस मामले ने पूरे देश में तूल पकड़ लिया था, भाजपा नेताओं ने कांग्रेस के दिल्ली मुख्यालय पर धरना दिया था और काफी हौ हल्ला मचाया था। भारत के तमाम हिंदी न्यूज़ चैनल्स की मैन हैडिंग बनी थी और इस ख़बर को सभी न्यूज़ चैनल्स ने अपनी प्राइम टाइम में जगह दी और डिस्कशन करवाया जिसमें खुलेआम कांग्रेस पार्टी की धज्जियाँ उड़ायी गयीं जिस भेड़चाल में हम भी शामिल थे इसके बाद कांग्रेस को अपने उन सभी कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना पड़ा।
लेकिन अब मेघालय भाजपा में कुछ ऐसा हुआ है जिसे सुनकर आप सब चौंक जायेंगे, भाजपा मेघालय में केंद्र सरकार के बीफ बैन पर अपनी ही पार्टी के नेताओं की आलोचना झेलनी पड़ रही है। जबकि केंद्र सरकार में मंत्री किरण रिजिजू ने बीफ बैन पर पहले ही बोल चुके हैं की उन्हें बीफ खाने से कोई नहीं रोक सकता है।
आपको बता दें कि भाजपा सरकार के 3 साल पूरे होने पर मेघालय भाजपा के नेताओं ने बीफ पार्टी का आयोजन करवाया था जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और इसके बाद भाजपा की जमकर आलोचना हुई।
और अब गोहत्या और बीफ खाने को लेकर जारी विवाद लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। केंद्र सरकार की ओर से काटने के लिए मवेशियों की खरीद-फरोख्त पर बैन लगाने का न सिर्फ विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही हैं, बल्कि भाजपा में भी कोहराम मचा हुआ है। इस मुद्दे को लेकर मेघालय में भाजपा को एक और झटका लगा है। बीफ बैन के मुद्दे पर राज्य के एक और पार्टी दूसरे बड़े नेता बच्चू मारक ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इससे कुछ ही दिन पहले वेस्ट गारो हिल्स में पार्टी के जिला अध्यक्ष बर्नाड मारक ने भी बीफ बैन के मुद्दे पर पार्टी छोड़ दी थी।
बच्चू मारक ने अपना इस्तीफा राज्य में पार्टी अध्यक्ष शिबुन लिंगदोह को सौंप दिया है। दरअसल, बच्चू ने कुछ दिन पहले मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने की खुशी में हारो हिल्स में बीफ पार्टी आयोजित करने को लेकर पोस्ट डाला था, जिसकी वजह से पार्टी के बड़े नेताओं के निशाने पर थे। मेघालय में 2018 में विधानसभा चुनाव होने हैं और उत्तर पूर्व के इस राज्य में सत्ता पाने की कोशिश में जुटी भाजपा के लिए इन नेताओं के इस्तीफे किसी झटके से कम नहीं हैं।
पार्टी से इस्तीफा देने के बाद बच्चू ने कहा, ‘मैं गारो की भावनाओं से समझौता नहीं कर सकता। एक गारो के नाते मेरा दायित्व है कि अपने समुदाय के हित की रक्षा करूं। बीफ खाना हमारी संस्कृति और परंपरा का हिस्सा है। भाजपा का गैर-धर्मनिरपेक्ष विचारधारा हम पर थोपना स्वीकार नहीं है।’ उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष शिबुन लिंगदोह को सौंपा।