उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीआईपी कल्चर पर पीएम मोदी के प्रहार का तत्काल प्रभाव से स्वागत किया है। सीएम योगी ने प्रधानमंत्री के फैसले को दस दिन पहले ही यूपी में लागू कर दिया है। योगी आदित्यनाथ के फरमान के अनुसार आज से यूपी में लाल और नीली बत्ती लगी गाडिया नहीं दिखेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार शाम विभागों की प्रजेंटेशन देखने के लिए बैठक बुलाई थी। सीएम योगी ने प्रजेंटेशन तो देखी ही, साथ ही पीएम मोदी के फैसले पर अमल का फरमान भी जारी कर दिया। सीएम योगी ने पूरे राज्य में 21 अप्रैल से ही लाल और नीली बत्ती के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी कर दिया।
बैठक में फैसला हुआ कि कोई भी नेता, मंत्री या अधिकारी अपनी गाडियों पर लाल और नीली बत्ती नहीं लगाएगा। यानी आज से नेताओं या अधिकारियों की गाडियों पर कोई बत्ती नजर नहीं आएगी। अगर आदेश का उल्लंघन किया गया तो ऐसा करने वालों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। आपको बता दें कि हूटर बजाने का आदेश पहले ही खत्म किया जा चुका है।
हालांकि केंद्र सरकार का फैसला आने के बाद राज्य मंत्री स्वाति सिंह समेत कई मंत्रियों ने अपनी गाड़ी से लाल बत्ती पहले ही उतार दी थी। जबकि अधिकारी बदस्तूर अपनी गाडियों पर पहले की तरह नीली बत्ती लगाकर चलते रहे। यही नहीं कई अधिकारियों के बच्चे और परिवार के लोग भी नीली बत्ती लगाकर स्कूल पहुंचते रहे, बाजार घूमते रहे।
ज्ञात रहे कि मोदी कैबिनेट ने बुधवार को गाडियों से लाल बत्ती हटाने का फैसला लिया था। फैसले के बाद से केंद्रीय मंत्रियों ने तुरंत अपनी गाडियों से बत्ती हटानी शुरू कर दी थी। इस फैसले के बाद पीएम मोदी ने कहा था कि ये कल्चर पहले ही खत्म हो जाना चाहिए था।