
बताया जा रहा है कि जिला मुख्यालय परिसर में यह घटना रात में घटी जब कर्ज से परेशान एक किसान वहां पेड़ से लटककर फांसी पर झूल गया।
किसान कर्ज के बोझ तले दबा हुआ था चुनावों के चलते आचार-संहिता लगने के बाद तहसीलदार और एसडीएम के द्वारा किसानों की जमीनो की नीलामी के आदेश जारी कर दिए। जिसकी वजह से किसान ने कलेक्टर परिसर में घुसकर रात्रि में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
किसान ने जो खेतीबाड़ी के लिए केसीसी के जरिए बैंक से ऋण उठाया हुआ था उसे वह किसान भर नहीं सका। घटना सोमवार- मंगलवार की दरम्यान रात की है। शुरुआती जांच में मृतक सुरजाराम 48 किकरालिया गांव का रहने वाला बताया जा रहा है। फिलहाल, उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
उधर कमनियुस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं व किसानों ने मिलकर जिला मुख्यालय का घेराव किया और किसानों के हित के लिए आवाज उठाई है ।
रिपोर्ट : मोहित ढाका, खबर 24 एक्सप्रेस