बता दें कि अलवर के सदर थाना क्षेत्र के मदनपुरी गांव में एक महिला ने अपने दो बच्चों की हत्या कर फांसी लगाकर खुदखुशी कर ली। मदनपुरी गांव निवासी पपीता मीना (उम्र 24 साल) ने पहले अपने 13 माह के बेटे नक्श और 23 माह की बेटी खुशी का गला दबाकर हत्या की और उसके बाद वो खुद भी गले में फंदा लगाकर झूल गई। महिला की आत्महत्या के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। लेकिन गामीणों के अनुसार महिला अपने पति की मौत से काफी परेशान चल रही थी। न तो वो ढंग से खाती थी न ही किसी से बात करती थी।
जानकारी के अनुसार मृतक की बहन कविता सुबह साढ़े 5 बजे उसे उठाने गई तो उसका शव पंखे पर लटका मिला, वहीं जब उसने बच्चों को देखा तो वे भी जिंदा नहीं थे। मृतक पपीता के पति दीपक की 4 अप्रेल को मौत हो गई थी।
पुलिस इस पूरे प्रकरण की जांच में जुट गई है। घटना की सूचना के बाद एडिशनल एसपी ग्रामीण चिरंजी मीणा, सीओ जगमोहन मीणा, सदर थानाधिकारी रामनिवास मीणा मौके पर पहुंचे। मृतक परिवार में सबसे बड़ी थी, उसकी छोटी बहन कविता भी घर में मौजूद थी, दोनों बहनों की एक ही परिवार मे शादी हुई है।
यह भी देखें
मृतक पपीता के पति दीपक की 4 अप्रेल को बीमारी के चलते मौत हो गई, आस-पास के लोगों ने बताया कि मृतक अपने पति की मौत के बाद से ही अवसाद में चल रही थी, पुलिस भी प्रथम दृष्टया मौत का कारण यही मान रही है। उधर मृतक के पीयर पक्ष ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने तीनों शव सामान्य अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिए हैं, जहां इनका पोस्टमार्टम किया जाएगा।
एक साथ तीन जनों की मौत के बाद गांव में शोक की लहर है। मृतक की बहन कविता का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं गांव के लोग मृतक के घर पहुंचकर उनका ढांढस बंधा रहे हैं। जो भी मृतक बच्चों को देख रहा है, उनकी आंखों से आंसू नहीं थम रहे।
रिपोर्ट : जगदीश जी तेली, ब्यूरो चीफ, राजस्थान