आज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की पेशी थी। बता दें कि रॉबर्ट वाड्रा को आज 4 बजे प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर पहुंचना था लेकिन वो 4 बजे से पहले ही पहुंच गए। प्रियंका गांधी उन्हें दफ्तर तक छोड़ने गईं। उन पर विदेश में अवैध संपत्ति जुटाने का आरोप है। ईडी के अधिकारी उनसे इस मामले में पूछताछ करेंगे।
आपको बता दें कि ईडी ने वाड्रा से पूंछताछ ककरने के लिए सवालों की लंबी फेहरिस्त बनाई है। ईडी ने 42 सवाल तैयार किए हैं। सात अफसर उनसे पूछताछ कर रहे हैं। ईडी ऑफिस में वाड्रा का बयान दर्ज किया जा रहा है। ज्वाइंट डाटरेक्टर की अगुवाई में डेप्युटी डायरेक्टर के अलावा पांच और अफसर वाड्रा से पूछताछ कर रहे हैं। वाड्रा के साथ उनके वकील भी पहुंचे हैं लेकिन उन्हें भी वाड्रा के साथ जाने की अनुमति नहीं है।
इस मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट से वाड्रा को पिछले सप्ताह अंतरिम जमानत मिल गई थी। उन्हें 16 फरवरी तक यह राहत मिली है। उनके वकील ने कोर्ट को भरोसा दिलाया था कि वाड्रा 6 फरवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश होंगे।
वकील का कहना था कि राजनीतिक शत्रुता के चलते वाड्रा को फंसाया गया है। बता दें कि ईडी ने लंदन के ब्रायंस्टन स्क्वायर में 19 लाख पाउंड की संपत्ति खरीदने को लेकर वाड्रा के खिलाफ मनी लांड्रिंग के तहत मामला दर्ज किया है।
जांच एजेंसी का कहना है कि आयकर विभाग फरार हथियार कारोबारी संजय भंडारी के खिलाफ काला धन कानून और कर कानून के तहत दर्ज मामलों की जांच के दौरान यह बात सामने आई थी कि उसके संबंध वाड्रा के करीबी मनोज अरोड़ा के साथ हैं।
जब अरोड़ा से पूछताछ हुई तो जांच एजेंसी को कई ऐसी बात पता चली जिसका अप्रत्यक्ष जुड़ाव वाड्रा के साथ पाया गया है। यह आरोप है कि भंडारी ने 19 लाख पाउंड में जो प्रोपर्टी खरीदी थी, उस पर 65900 पाउंड खर्च करने के बाद उसे उतनी ही रकम में वाड्रा काे बेच दिया गया। इससे साफ हो गया कि भंडारी इस संपत्ति का वास्तविक मालिक नहीं था। उसने वाड्रा को फायदा पहुंचाने के लिए यह सौदा किया था।