
महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष और राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले कल यानी 2 फरवरी को नरखेड गए हुए थे, जहां उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया, साथ ही शिलान्यास किए और कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया।
इस दौरान उन्होंने विपक्ष के महाझूठ को भी बेनकाब कर दिया।
दरअसल विपक्ष के नेता लाडकी बहिन योजना को लेकर सरकार को घेर रहे थे। विपक्ष की तरफ से आरोप लगाया जा रहा था कि देवेंद्र फडणवीस की सरकार ने महिलाओं से झूठा वायदा किया। वोट पाने के लिए उन्होंने महिलाओं से 2100 रुपए देने की बात कही थी, जबकि अब लाडकी बहिन योजना बंद होने वाली है।
इसी बात को लेकर चंद्रशेखर बावनकुले ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि “कौन कहता है लाडकी बहिन योजना बंद होने वाली है। ये बंद होने वाली योजना नहीं बल्कि जबतक भारतीय जनता पार्टी की सरकार महाराष्ट्र में है तब तक लाडकी बहिन योजना हमारी माता बहनों के लिए लागू रहेगी।” हमारी माता बहनों का हक देवा भाऊ की सरकार देने में अग्रसर है और रहेगी भी।
बता दें कि चंद्रशेखर बवानकुले के नरखेड दौरे में लोगों के बीच उत्साह देखने को मिला इस दौरान वहां बीजेपी द्वारा सम्मान समारोह एवं कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया। नरखेड तालुका में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा इस स्नेह भरे अभिनन्दन को देखकर बावनकुले ने भी इसे सहजता से स्वीकार किया।
बता दें कि कार्यक्रम में उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और राजस्व मंत्री ने सभी का धन्यवाद किया।
इस दौरान चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी का एक साधारण कार्यकर्ता हूँ। मेरे जीवन को मेरे देवतुल्य माता पिता, देव दुर्लभ कार्यकर्ताओं ने छुआ और जीवन सोना बन गया। तो यह सफलता और श्रेय न केवल मेरी बल्कि मेरे माता-पिता को भी है जो मुझ पर विश्वास करते हैं और मेरे जीवन के अभिन्न अंग समान कार्यकर्ताओं जिन्होंने मेरा दृढ़ता से समर्थन किया। मैं उन सभी का सम्मान करता हूं हाथ जोड़कर उन सभी का दिल से अभिनंदन करता हूं।
बता दें कि चंद्रशेखर बवानकुले को अपने बीच पाकर वहां के स्थानीय लोगों में व भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह देखते ही बन रहा था।
इस दौरान कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं सहित चरण सिंह ठाकुर, भाजपा ग्रामीण नागपुर जिला अध्यक्ष सुधाकर कोहले, प्रदेश कार्यकारणी सदस्य डॉ राजीव पोटदार, अरविंद गजभिये, दिनेश ठाकरे, दिलेश ठाकरे, राजेश क्षीरसागर, चेतन ठोंबरे, मनोज कोरडे, किशोर रेवतकर, शामराव बारई, उकेश चव्हाण, पार्वतीबाई कलबांडे सहित अन्य गणमान्य, पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।