नरेश अग्रवाल का जैसे ही भाजपा ने स्वागत किया वैसे ही पार्टी के अंदर और बाहर विरोध के स्वर मुखर हो गए।
सपा से राज्यसभा का टिकट कटने के कारण नाराज होकर पार्टी का दामन छोड़कर आये इस विवादित नेता ने भाजपा की गोदी में बैठते ही अपने चिरपरिचित अंदाज में विवादित बयान दे डाला जिसके कारण वो भाजपा के शीर्ष नेताओं के निशाने पर भी आ गए।
बता दें कि नरेश अग्रवाल ने जैसे ही भाजपा जॉइन की इसके तुरंत बाद एक विवादित बयान दिया उन्होंने कहा था कि “सपा में फिल्म में काम करने वाली से मेरी हैसियत तय कर दी गई। उनके नाम पर हमारा टिकट काट दिया गया, इसको मैं उचित नहीं समझता।”
लेकिन उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया में काफी आलोचना हुई। इसके अलावा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी ट्वीट करके अपनी नाराजगी जाहिर कर दी।
वहीं कैबिनेट मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि नरेश अग्रवाल का बयान बहुत दुखी करने वाला है, अगर चुने हुए जनता के प्रतिनिधि इस तरह बात करेंगे तो उनमें और रोडसाइड रोमियो में क्या फर्क रह जाएगा। उन्होंने कहा कि पुरुष भी फिल्मों में नाचते-गाते हैं तो केवल महिलाओं को ही ऐसी बातें क्यों सुननी पड़ती हैं।
नरेश अग्रवाल के भाजपा का दामन थामते ही भाजपा समर्थकों ने सोशल मीडिया पर इस फैसले के खिलाफ भाजपा का जबरदस्त विरोध शुरू कर दिया। कोई इस फैसले को मैला ढोने बता रहा है तो कोई कह रहा है कि भाजपा जीतने के लिए कीचड़ को इक्कठा करती जा रही है।
नरेश अग्रवाल पर इसए पूर्व भाजपा के कई नेता ट्वीट भी करते आये हैं। आप खुद देख सकते हैं कि भाजपा के ये बड़े नेता नरेश अग्रवाल के दिमाग का इलाज कराने की बात कर रहे हैं तो कोई पाकिस्तान से मिले होने की बात कर रहा है।
ट्वीट देखें : –
बता दें कि अपने 38 साल के करियर में नरेश अग्रवाल कई बार पार्टी बदल चुके हैं। एक बार तो उन्होंने अपनी पार्टी भी बनाई थी। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री मोदी पर भी 2014 के चुनाव में उन्होंने कई विवादित बयान दिए थे। उन्होंने कहा था एक चाय बेचने वाला कभी भी देश का प्रधानमंत्री नहीं बन सकता है। अग्रवाल ने कहा था एक चाय के दुकान से उठने वाला नजरिया कभी राष्ट्रीय स्तर का नहीं हो सकता।
अब देखना यह दिलचस्प रहेगा कि नरेश अग्रवाल कितने दिनों तक भाजपा में टिक पाते हैं या भाजपा कब तक उन्हें झेल पाती है।
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मनीष कुमार
ख़बर 24 एक्सप्रेस