रिलायंस के मुखिया मुकेश अम्बानी का कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात करना कुछ और इशारे कर रहा है। दरअसल आजकल अम्बानी को मोदी सबसे ख़ास में माना जाता है और अम्बानी भी पीएम मोदी के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। कई बार पीएम मोदी पर मुकेश अम्बानी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के आरोप भी लगे हैं।
लेकिन आज पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिेंदर सिंह और आर.आई.एल. के चेयरमैन मुकेश अंबानी के बीच मुलाकात हुई और टैेलीकाम और डाटा नैटवर्क के अलावा कृषि उत्पादकता, फूड प्रोसैेसिंग उद्योग, उत्पादन सुविधाओं और प्रचून सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग करने के लिए आपस में सहमति भी बनी।
मुख्यमंत्री मुम्बई में पहुंचने के तुंरत बाद अंबानी को मिले जहां उन्होंने सी.आई.आई. की बुधवार को होने वाली ‘इनवैस्ट नॉर्थ ’ मीटिंग को संबोधित करना है। दोनों ने पहले आपस में बातचीत की और इसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई जिस में आर.आई.एल. ने जिओ टैेलीकाम सेवाओं संबंधी विस्तृत पेशकारी की। यह कंपनी पंजाब में अपना अधिक प्रसार करना चाहती है।
मीटिंग के बाद एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि आर.आई.एल. पंजाब पर अपना ध्यान केंद्रित करने में रूचि ले रही है क्योंकि राज्य के उद्योग और आर्थिकता को फिर सृजत करने के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व अधीन राज्य सरकार द्वारा उठाये गए सुधारवादी कदमों के कारण कंपनी द्वारा अपनी विशेष तौर पर रूचि दिखाई है।
मुख्यमंत्री से सहमति जताते हुए अंबानी ने रोजग़ार पैदा करने के लिए प्रौद्यौगिकी स्थापित करने के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह की सोच के अनुरूप में चण्डीगढ़ में अपनी समर्पित टीम की स्थापना का सुझाव दिया है। आर.आई.एल. के चेयरमैन ने कहा कि डाटा एक नयी करैंसी है और नये विकास माडल को डाटा के आसपास केंद्रित करने की ज़रूरत है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने संपर्क और ब्रॉडबैंड दोनों के सम्बन्ध में टैेलीकाम के बुनियादी ढांचो का स्तर ऊँचा उठाये जाने की पहचान की क्योंकि यह प्रमुख क्षेत्र है जहाँ पंजाब द्वारा अवसर तलाशे जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार टैेलीकाम सैक्टर को मज़बूत बनाने और टावर स्थापित करने के लिए अपेक्षित बुनियादी ढांचा मुहैया करवा कर खुशी होगी।
इस डाटा को एक नये उभार के रूप में देखते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार इस ‘चौथी औद्योगिक क्रांति ’ का हिस्सा बनने के लिए उत्सुक है और यह 18 से 35 साल की उम्र के नौजवानों को मुफ़्त स्मार्ट फ़ोन मुहैया कराने का अपना वायदा पूरा करने के लिए वचनबद्ध है जिस में एक साल बात करने के लिए मुफ़्त समय /डाटा दिए जाएंगे। जियो की बहुत कम दरों के नतीजे के तौर पर ऐसा करना पंजाब में संभव है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उम्मीद प्रकट की कि अपने विशाल अनुभव से आर.आई.एल. हाई स्पीड डाटा, अति आधुनिक डिजिटल संपर्क उपलब्ध करवाने के सम्बन्ध में राज्य को सहायता देने के लिए योग्य होगी। इसके साथ राज्य में वेल्यु एडिड सेवाओं मुहैया कराने के लिए रास्ते खुलेगें। मनोरंजन के अलावा डिजिटल शिक्षा, कृषि, प्रसार सेवाओं, गवर्नेंस और प्रशासन, टैेली मैडिसन, ई -प्रचून और जी.एस.टी. के सम्बन्ध में सेवाएं राज्य और कृषि अर्थव्यवस्था के बदलाव में मदद कर सकेंगी और डिजिटल भविष्य के लिए चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए लोगों को तैयार करे सकेंगी।
प्रचून सेवाओं के संबंधी में अंबानी ने कहा कि उनकी कंपनी अपने होशियारपुर प्लांट में प्रसार करने में रूचि रखती है जहां इस समय 2000 श्रमिक हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सेवाओं के प्रसार और आधुनिकीकरण के लिए नयी औद्योगिक नीति के अधीन रियायतों मुहैया करवाई जाएंगी जो कि पहले उपलब्ध नहीं करवाई जाती थी ।
पंजाब के विकास के लिए प्रौद्यौगिकी पर ज़ोर देने संबंधी मुख्यमंत्री की सोच की प्रशंसा करते हुए अंबानी ने स्वास्थ्य सेवाओं, कृषि और खेल में निवेश करने की रूचि दिखाई। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रस्तावित खेल यूनिवर्सिटी की भी बात छेड़ी जो सरकार द्वारा पटियाला में बनाई जा रही है। आर.आई.एल. के चेयरमैन ने लोगों के लाभ के लिए प्रौद्यौगिकी को संगठित करने के लिए ज्ञान के अदान -प्रदान में राज्य सरकार के सहयोग की माँग की जिससे प्रोजेैक्टों के द्वारा पैदा किये जाने वाले रोजग़ार में इन लोगों की सेवाएं ली जा सकें।
कृषि के क्षेत्र में सहयोग के मामले में मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि आर.आई.एल. को खेत से फैक्ट्री तक या उपभोग केन्द्रों तक सप्लाई श्रृंखला स्थापित करनी चाहिए। इस क्षेत्र में कंपनी अपने अनुभव के कारण महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है और यह कृषि उत्पादों के प्रचून में अहम साबित हो सकता है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि फूड प्रोसेेैसिंग सैक्टर में पंजाब में बड़ी सामर्था है।
अंबानी ने फूड श्रृंखला प्रक्रिया में डिजटलीकरण की चर्चा भी की। मोबाइल एप के साथ मंडीकरण, कृषि वस्तुएँ, भंडारण और ढुलाई सहित सभी प्रक्रियाओंं का प्रबंधन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह जेब में एक मंडी की तरह है।
मुख्यमंत्री ने राज्य की उत्पादन योग्यता को बढ़ावा देने में भी रूचि दिखाई। उन्होंने आर.आई.एल. के होशियारपुर प्लांट के प्रसार या अन्य प्लांटों की स्थापना के साथ मोबाईल, इलैक्ट्रॉनिकस उत्पादों को पूरी तरह मुकम्मल रूप में तैयार करके उपभोक्ता तक ले जाने पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि इस समय पर पंजाब में अतिरिक्त बिजली है और कंपनी को सस्ते दरों पर बिजली मुहैया करवाई जा सकती है और अन्य रियायतों के सम्बन्ध में पंजाब के साथ कोई मुकाबला नहीं है।
to isme galat kya g wo mulakat bhi na kare, is mulakat ke kya mayne ho sakte hain ambani businessmen hai wo kisi se bhi mil sakta hai ismen unhone galat kya kar diya..