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Bulandshahr के भविष्यवक्ता Swami Satyendra Satyasahib: Pandit Dhirendra Shastri से पहले लिखते थे पर्चा, आज भी बताते हैं सटीक भविष्य

बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश : जब देश में भविष्यवाणी की दुनिया में बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जैसे नामों की चर्चा होना शुरू भी नहीं हुई थी, तब तक स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब अपने सटीक और अद्भुत भविष्यवाणी कौशल से लोगों का मार्गदर्शन कर रहे थे। बुलंदशहर जिले में कचहरी रोड पर स्थित सत्य ॐ सिद्ध आश्रम के संस्थापक स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब लगभग 1990 से ही लोगों का भविष्य देखकर उनके जीवन से जुड़ी घटनाओं का पूर्वानुमान बता रहे हैं।

Dhirendra Shastri से पहले पर्चा लिखकर भविष्य बताते थे Swami Satyendra Satyasahib Ji

स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने आज से कई दशक पहले ही “पर्चा लिखकर भविष्य बताने” की परंपरा की शुरुआत कर दी थी। कहा जाता है कि जब बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री का जन्म भी नहीं हुआ था, उस समय से ही स्वामी जी हजारों श्रद्धालुओं को उनके जीवन से जुड़े रहस्यों, भविष्य की घटनाओं और समाधानों के बारे में बता रहे थे।

सत्यास्मि मिशन के संस्थापक और महिलाओं के अधिकारों के समर्थक

स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब न केवल भविष्यवक्ता हैं, बल्कि समाज सुधारक और आध्यात्मिक मार्गदर्शक भी हैं। उन्होंने बुलंदशहर की कचहरी रोड पर शनि मंदिर की स्थापना की, जो आज श्रद्धालुओं के आस्था केंद्र के रूप में जाना जाता है। इसके साथ ही वे “सत्यास्मि मिशन” के संस्थापक हैं। यह मिशन महिलाओं को पूजा-पाठ करने के अधिकार दिलाने की दिशा में काम करता है और कुंभ मेले में महिलाओं के लिए शाही स्नान की पैरवी भी करता है।

स्वामी जी का मानना है कि धर्म और अध्यात्म केवल पुरुषों तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि महिलाओं को भी समान अधिकार और अवसर मिलने चाहिए। यही कारण है कि उनका मिशन महिलाओं को समाज में धार्मिक रूप से सशक्त बनाने का काम कर रहा है।

सटीक भविष्यवाणियों से हासिल हुई पहचान

स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब की भविष्यवाणियों की खासियत यह है कि उनमें से कई भविष्यवाणियां समय के साथ सच साबित हुई हैं। कई ऐसे उदाहरण हैं जब लोगों ने उनकी बताई बातें बाद में बिल्कुल वैसी ही घटित होते हुए देखी हैं। यही कारण है कि देशभर से लोग बुलंदशहर आकर उनके पास अपनी समस्याओं का समाधान और भविष्य की दिशा जानने आते हैं।

स्वामी जी से मिलने आने वाले श्रद्धालुओं का कहना है कि उनके पास आने के बाद न केवल जीवन की उलझनें सुलझती हैं, बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा और आत्मविश्वास भी मिलता है। उनके पर्चे में लिखी गई बातें अक्सर जीवन की दिशा बदल देती हैं।

आध्यात्मिक जगत में एक प्राचीन नाम

जहां आज भविष्यवाणी करने वाले कई संत और महात्मा सोशल मीडिया और बड़े आयोजनों के जरिए चर्चा में रहते हैं, वहीं स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब बिना किसी प्रचार-प्रसार के दशकों से लोगों के जीवन को दिशा दे रहे हैं। उनके लिए भविष्यवाणी एक पेशा नहीं, बल्कि सेवा का माध्यम है।

आज भी सत्य ॐ सिद्ध आश्रम में दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं और स्वामी जी के पर्चे के माध्यम से अपने जीवन की समस्याओं का हल और भविष्य की झलक पाते हैं।

पूर्णिमा देवी का मंदिर

साथ ही यह जानना भी महत्वपूर्ण है कि स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी ने पूर्णिमा देवी श्रीभगपीठ आश्रम का निर्माण भी करवाया है, जो गौतमबुद्धनगर जिले के चांगोली गंगनहर क्षेत्र में स्थित है। यह आश्रम आज लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र बन चुका है। यहां पूर्णिमा देवी विराजमान हैं और हर माह पूर्णिमा तिथि तथा विशेष अवसरों पर देशभर से भक्त यहां पहुंचते हैं। श्रद्धालु माता पूर्णिमा देवी के दर्शन कर अपने परिवार के सुख, शांति, समृद्धि और जीवन में आने वाली हर बाधा के निवारण की प्रार्थना करते हैं।

पूर्णिमा देवी श्रीभगपीठ आश्रम न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी की आध्यात्मिक दृष्टि और समाजसेवा के संकल्प का प्रतीक भी है। इस पवित्र स्थान के निर्माण से उन्होंने न केवल भक्ति और साधना का एक नया केंद्र स्थापित किया, बल्कि भक्तों को ईश्वरीय ऊर्जा और सकारात्मकता से जुड़ने का एक दिव्य मार्ग भी प्रदान किया।

स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब की जीवन यात्रा यह बताती है कि सच्ची अध्यात्मिक शक्ति और भविष्यवाणी की कला केवल प्रचार और प्रसिद्धि से नहीं, बल्कि सच्ची निष्ठा, साधना और सेवा भाव से प्राप्त होती है।

बता दें कि स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी से मिलने का समय भी निर्धारित है। जो भक्त गुरु दीक्षा लेने आते है उन्हें स्वामी जी केवल शनिवार-रविवार को दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक ही मिलते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान करते है और उपाय बताते हैं।


और अंत में


बुलंदशहर के स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब केवल एक भविष्यवक्ता नहीं, बल्कि समाज सुधारक, आध्यात्मिक मार्गदर्शक और निस्वार्थ सेवा भाव से जुड़े हुए संत हैं। उन्होंने भविष्यवाणी के क्षेत्र में वह मुकाम हासिल किया, जो आज भी कई नए भविष्यवक्ताओं के लिए प्रेरणा है। उनकी पर्चा भविष्यवाणी की परंपरा और सत्यास्मि मिशन समाज को एक नई सोच और दिशा दे रहा है।

क्या आप भी अपने जीवन से जुड़े सवालों का जवाब जानना चाहते हैं? तो एक बार बुलंदशहर के सत्य ॐ सिद्ध आश्रम में जाकर स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब से जरूर मिलें, क्योंकि शायद आपके भविष्य का समाधान भी उनके पर्चे में छिपा हो।


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