नागपुर (Nagpur News): महाराष्ट्र (Maharashtra) के राजस्व मंत्री और नागपुर के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले (Chandrashekhar Bawankule) ने आज एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए हजारों गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के जीवन में नई रोशनी भर दी है। छत्रपति शिवाजी महाराज महसूल अभियान (Chhatrapati Shivaji Maharaj Mahasul Abhiyan) के तहत नागपुर में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में बावनकुले ने ऐसे लोगों को कानूनी पट्टे (Legal Patta) सौंपे, जो वर्षों से अपने घरों में रह रहे थे लेकिन अब तक स्वामित्व अधिकारों से वंचित थे।

यह फैसला महाराष्ट्र में अपने आप में पहली बार है, जब सरकार ने अतिक्रमण के रूप में बसे घरों को कानूनी मान्यता देकर उन्हें स्वामित्व अधिकार प्रदान किए हैं। नागपुर के हुडकेश्वर (Hudkeshwar) के इंगोले नगर में आयोजित इस कार्यक्रम में ‘सभी के लिए घर (Ghar Sabke Liye Yojana)’ के तहत पट्टे सौंपे गए, जिससे हजारों परिवारों को कानूनी तौर पर अपना घर हासिल करने का अधिकार मिल गया।
चंद्रशेखर बावनकुले बोले – “नीति तब सफल जब जनता तक पहुंचे लाभ”
कार्यक्रम के दौरान चंद्रशेखर बावनकुले (Chandrashekhar Bawankule) ने कहा,
“सरकारी योजनाओं और नीतियों का असली उद्देश्य तभी पूरा होता है, जब उसका लाभ सीधे आम नागरिक तक पहुंचे। आज हर उस व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान है, जिसे सालों के इंतजार के बाद आखिरकार अपने घर का अधिकार मिला है।”
बावनकुले के इस बयान ने स्पष्ट कर दिया कि महाराष्ट्र सरकार अब केवल योजनाएं बनाने तक सीमित नहीं रहना चाहती, बल्कि जमीन पर उतरकर उनका असर दिखाना चाहती है।
अतिक्रमण से अधिकार तक: बदलती तस्वीर
- कार्यक्रम में उन परिवारों को पट्टा दिया गया जो वर्षों से पाणंद रोड के किनारे अपने घरों में रह रहे थे।
- अब उन्हें न केवल कानूनी मान्यता मिली है, बल्कि भविष्य में बिजली, पानी, बैंक लोन जैसी सभी मूलभूत सुविधाओं का रास्ता भी खुल गया है।
- यह महाराष्ट्र सरकार की ऐसी ऐतिहासिक पहल है जिसमें “अतिक्रमित घरों” को पहली बार वैध स्वामित्व का अधिकार मिला है।
मौके पर जुटी भारी भीड़, दिखी उम्मीद की किरण
इस ऐतिहासिक मौके पर नागपुर के सैकड़ों नागरिक मौजूद रहे। हर चेहरे पर खुशी और सुरक्षा का भाव झलक रहा था।
कार्यक्रम में चंद्रशेखर बावनकुले के साथ अजय बोढारे, डी.डी. सोनटक्के, भगवान मेंढे, प्रीतीताई मानमोडे, लीलाताई हाथीबेड, विद्याताई मडावी, रूपराज शिंगणे, चंद्रशेखर राऊत, पुजाताई धांडे, सुनील कोडे, कमल हाथीबेड, पिंटू बाळस्कर और मनोज लक्षणे सहित कई अधिकारी, जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता मौजूद थे।
महाराष्ट्र में नया मॉडल बन सकता है यह अभियान
विशेषज्ञों का मानना है कि छत्रपति शिवाजी महाराज महसूल अभियान (Chhatrapati Shivaji Maharaj Abhiyan) आने वाले समय में महाराष्ट्र का एक सामाजिक बदलाव मॉडल बन सकता है। यह सिर्फ एक सरकारी स्कीम नहीं, बल्कि आम आदमी को उसका अधिकार दिलाने की दिशा में एक ठोस कदम है।
चंद्रशेखर बावनकुले (Chandrashekhar Bawankule) के इस प्रयास ने यह साबित कर दिया है कि अगर नेतृत्व मजबूत हो और नीयत साफ हो, तो हर गरीब को उसका अधिकार और हर परिवार को अपना घर मिल सकता है।
और अंत में:
नागपुर से शुरू हुई यह पहल आने वाले समय में पूरे महाराष्ट्र के लिए एक मिसाल बन सकती है। अब देखना होगा कि सरकार इस योजना को कितनी तेजी से राज्य के बाकी जिलों तक पहुंचाती है।
Bureau Report : Khabar 24 Express
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