

खबर नागपुर से है जहां एक लड़की खुशी (बदला हुआ नाम) रूबी (बदला हुआ नाम) से बेहद ही ज्यादा प्यार करने लग गयी। उसके प्यार की इंतहा इतनी हो गयी कि वो रात क्या दिन हर वक़्त रूबी को अपने साथ देखना चाहती थी। जबकि रूबी का स्वभाव थोड़ा अलग था।
नागपुर की लड़कियों के बीच समलैंगिक संबंधों की कहानी का अंत इतना डरावना होगा यह किसी ने सोचा भी नहीं होगा। एक लड़की खुशी (बदला हुआ नाम) को अपनी सहेली (रूबी बदला हुआ नाम) से जरूरत से ज्यादा प्यार हो गया। प्यार इतना गहरा हो गया कि खुशी ने रूबी से शादी करने की इच्छा जता डाली। चूंकि प्यार की शुरुआत रूबी की तरफ से हुई थी। रूबी खुशी के इतना करीब आ गयी थी कि उनके बीच में कोई बंधन नहीं रह गया था। वे दोनों एक ही जगह काम करती थीं। उन्हें जब भी लगता कि कोई उन्हें देख नहीं रहा है या कोई वहां मौजूद नहीं है वे दोनों समलैंगिक क्रियाएं करने लग जाती। वो ऑफिस के अंदर भी वो सब कुछ करती जो उन्हें नहीं करना चाहिए था। खैर ऐसी बातें ज्यादा दिन तक छिपी नहीं रह सकती हैं और एक दिन उनके बॉस को यह पता चल गया। यहां तक कि उन दोनों के साथ काम करने वालों ने भी बॉस से शिकायत की। दोनों लड़कियों को बॉस ने चेतावनी दी लेकिन उनकी हरकतें रुकी नहीं तो इसके बाद दोनों को वहां से निकाल दिया गया।
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अब फ़ोन पर दोनों की आपस में बात होने लगीं। एक दिन रूबी खुशी से नहाते हुए वीडियो कॉल पर बात कर रही थी तो खुशी ने स्क्रीनवीडियो से रूबी की नग्न वीडियो बना ली। इसके बाद खुशी ने ये वीडियो अपने दोस्त को दिखा दी। उसके दोस्त ने इशारों में यह बात रूबी को बता दी। रूबी इस बात से बेहद नाराज हुई लेकिन खुशी ने उसे जैसे तैसे करके मना लिया। और इसके लिए माफी भी मांगी।
रूबी की दूसरी जगह जॉब लग गयी अब खुशी का रूबी से बात करना थोड़ा मुश्किल हो गया क्योंकि रूबी अपने ऑफिस से आती तो वो थककर जल्दी से सो जाती थी। साथ ही रूबी के ऑफिस में ही काम करने वाला एक लड़का उसका अच्छा दोस्त यानि प्रेमी बन गया। अब वो ज्यादातर समय अपने प्रेमी से बात करती और खुशी को इग्नोर करने लगी।

इसके बाद दोनों के बीच बातचीत काफी कम हो गयी। अब रूबी उदास रहने लगी। रूबी जानबूझकर अपने प्रेमी की वजह से सातों दिन जॉब पर जाने लगी वो हफ्ते में कोई भी छुट्टी नहीं लेती थी। क्योंकि वो खुशी से ऊब चुकी थी, उसका मन भर गया था। साथ ही उसे नया प्रेमी भी मिल गया था। अब खुशी बेहद उदास रहने लगी। वो बार-बार बात करने के लिए फ़ोन करती लेकिन रूबी ने फ़ोन उठाना लगभग बंद सा कर दिया। और हाँ रूबी जब भी खुशी से गुस्सा होती थी तो खुशी हर बार यह जरूर कहती थी कि तू जिस दिन बात करना बंद कर देगी वो मर जाएगी। इस पर रूबी हर बार कहती कि जा मर जा। चूंकि रूबी थोड़ी घमंडी थी साथ ही वो किसी भी रिश्ते में ज्यादा दिन तक नहीं रह पाती थी। उसे जो अच्छा लगता वो उसे अपनी तरफ आकर्षित करती और जैसे ही उसका मन भर जाता वो उससे रिश्ता तोड़ लेती। यहां तक कि रूबी की आम दोस्ती में भी ऐसा ही था। रूबी को जो पसंद आता वो रिश्ते बनाने के लिए न तो उम्र देखती थी और न ही जेंडर। उसे जो अच्छा लगता उसे हासिल करने के लिए वो किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हो जाती।
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लेकिन एक दिन रूबी के नए प्रेमी के बारे में खुशी को पता चल गया। अब खुशी को गुस्सा तो बहुत आया चूंकि रूबी खुशी से बात करना लगभग बंद सा कर चुकी थी तो उसे लगा कि अगर वो पूरी तरह से रूठ गयी तो यह भी ठीक नहीं रहेगा। खुशी ने फैसला किया कि वो बात करने के लिए उसके ऑफिस जाएगी। खुशी रूबी के ऑफिस पहुंच गई और उसे समझाने की कोशिश करने लगी किंतु रूबी नहीं मानी और उसने खुशी को बहुत बुरा भला कहा। खुशी ने रूबी से कहा कि “तू ऐसा मत कर, हम दोनों एक काम कर सकते हैं, तू अपने दोस्त रोहित के साथ भी रह उसे कोई परेशानी नहीं होगी लेकिन बस तू मुझसे बात करना बंद मत कर, तुझे पता है कि मैं कितनी अकेली हूँ और तेरे बिना अधूरी भी हूँ, मैं मर जाउंगी, प्लीज मेरे साथ ऐसा न कर।” इस पर रूबी ने कहा कि जा मर जा लेकिन यहां नाटक न बना और मुझे परेशान न कर। इतना सुनकर खुशी फूटफूटकर रोने लगी। मानों उसका सारा संसार लुट गया हो। वो हाथ जोड़ती, रूबी के पैरों में गिरती, लेकिन वो नहीं मानी।
खुशी को लगा कि वो उसके ऑफिस की तीसरी मंजिल से ही कूद जाए लेकिन उसने अपने आप को जैसे-तैसे संभाला और वहां से चली गई।

इसके बाद खुशी ने रात में रूबी को कॉल किया लेकिन रूबी का फ़ोन व्यस्त रहा। वो करीब 1 बजे तक लगतार फोन करती रही और रूबी का फ़ोन लगातार व्यस्त जाता रहा। अब ये एक दिन नहीं हर दिन की बात हो गई। इतना ही नहीं रूबी ने खुशी को हर जगह से ब्लॉक कर दिया। इस बात से खुशी और ज्यादा आहत हो गई। अब खुशी ने एक ऐसा फैसला किया जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया। खुशी ने रूबी को एक टेक्स्ट मैसेज लिखा, उसने लिखा “रूबी मैं तुझसे बेहद प्यार करती थी, अब भी करती हूँ और मरते दम तक करती रहूंगी, क्योंकि आज मैं तुझसे, सबसे दूर जा रही हूं और इतनी दूर जा रही हूं कि कभी वापस नहीं आ पाउंगी। तुझे पता है कि मैं अपनी जिंदगी में कितनी अकेली थी। लेकिन तू खुद मेरी जिंदगी में आई और तूने मुझे सबसे अलग कर दिया। मेरा तेरे अलावा कोई नहीं था। तूने इसी शर्त पर मुझसे प्यार शुरू किया कि मेरी जिदंगी में कोई नहीं आना चाहिए। हम दोनों के बीच में कोई आया तो तू मुझे छोड़ देगी। मैंने तेरे लिए सबसे नाता तोड़ लिया यहां तक कि मैंने अपने बॉयफ्रेंड को भी तेरे लिए छोड़ दिया और तू मेरे साथ ऐसा व्यवहार कर रही है। तूने मुझे बहुत जलील किया रूबी, लेकिन मैं तेरी हर बात सह गई। यहां तक कि मैंने ऑफिस में बॉस के साथ भी बुरा व्यवहार किया, मैंने तेरी वजह से जॉब छोड़ दी। तूने जिस-जिस से बात करने के लिए मना किया मैंने वो हर इंसान छोड़ दिया। अब तूने मुझे ब्लॉक भी कर दिया और यह भी कह दिया कि जा मर जा… मेरी जिंदगी से दूर चली जा…। तो ले मैं चली गई… अपना ख्याल रखना।” खुशी ने यह अंतिम मैसेज रूबी को किया और इसके कुछ देर बाद उसे एक लास्ट फ़ोन कॉल किया, लेकिन रूबी ने उसे ब्लॉक किया हुआ था…।

खुशी रूबी की आवाज सुनने के लिए तड़प रही थी… वो चाहती थी कि उसके जाने से पहले एक बार रूबी बात कर ले… लेकिन ऐसा न हो सका और फिर खुशी हमेशा हमेशा के लिए अलविदा कह गई…। वो तड़पते हुए फंदे पर झूल गयी..।
खुशी ने आत्महत्या से पहले न किसी का नाम लिखा और न ही रूबी के बारे में किसी को कुछ बताया। इतना ही नहीं खुशी ने आत्महत्या से पहले अपना फ़ोन भी फॉरमेट कर दिया ताकि किसी को उसके मैसेज न मिल सकें या उसकी मौत का कारण किसी को पता न चल सके।

खुशी की मौत के बाद पुलिस भी आई, छानबीन भी हुई लेकिन कुछ हासिल न हो सका। खुशी का परिवार उसके जाने के बाद अब तक गम में है क्योंकि वे उसे बेहद प्यार करते थे। खुशी भी अपने परिवार से बेहद प्यार करती थी लेकिन उसकी जिंदगी में कुछ अधूरापन सा था वो अपने बॉयफ्रेंड के पास वापस जाना चाहती थी लेकिन उसने भी उसे दुत्कार दिया। तो खुशी को सिर्फ एक ही रास्ता दिखा… और उसका अंजाम बेहद ही बुरा रहा।
तो एक समलैंगिक प्रेम कहानी का ये अंत बेहद ही दर्द भरा रहा।