क्या प्यार में तकरार किसी की जान ले सकती है। या प्यार में तकरार का अंजाम इतना खौफनाक भी हो सकता है।
आपने प्यार में लोगों के जीने मरने की कसमें तो बहुत सुनी होगी लेकिन प्यार जब नफरत में बदलता है तो उसका क्या अंजाम होता है? क्या कोई प्यार करने के बाद हैवान बन सकता है? कोई आदमी कभी जिसके लिए जान देने के लिए तैयार हो आखिर क्यों उसकी जान का दुश्मन बन जाता है? दिल्ली में दिल दहला देने वाली मर्डर की ऐसी ही वारदात सामने आई है। 28 साल के प्रेमी आफताब पूनावाला ने अपनी प्रेमिका 29 साल की श्रद्धा वॉकर की बर्बर तरीके से हत्या कर दी। मर्डर की वजह यह थी कि श्रद्धा, आफताब के साथ अपने रिश्ते को शादी के बंधन में बांधना चाहती थी। वहीं, आफताब लगातार उसे शादी के लिए टाल रहा था। आखिर दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ा कि उसने श्रद्धा की गला घोंट कर जान ले ली। इतना ही नहीं मर्डर के बाद उसने धारदार हथियार से शव के 35 टुकड़े कर दिए। इसके बाद 18 दिन तक बॉडी के टुकड़ों को फ्रिज में स्टोर कर रखा। वह धीरे-धीरे बॉडी पार्ट्स को दिल्ली में अलग-अलग जगह पर ठिकाने लगाता रहा। पुलिस ने आरोपी प्रेमी को अरेस्ट कर लिया है। आरोपी ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है।
एसीपी-फर्स्ट (साउथ दिल्ली) अंकित चौहान ने बताया, ‘मुंबई में काम करने के दौरान आफताब और श्रद्धा की मुलाकात हुई थी। इसके बाद यह मुलाकात प्यार में बदल गई। हालांकि, श्रद्धा के परिवार वालों को यह रिश्ता मंजूर नहीं था। अपने परिवार वालों के विरोध के चलते श्रद्धा अपने प्रेमी के साथ अप्रैल आखिर या मई के पहले हफ्ते में दिल्ली आ गई। यहां दोनों छतरपुर इलाके में रह रहे थे। एसीपी ने बताया कि इस दौरान मई में शादी को लेकर उनके बीच कहासुनी हुई। बाद में कहासुनी जब बढ़ी तो आफताब अपना आपा खो बैठा। गुस्से में आकर उसने श्रद्धा का गला घोंट दिया। इसके बाद उसने शव के टुकड़े किए। मर्डर के बाद आरोपी ने बॉडी पार्ट्स को प्रिजर्व रखने के लिए 260 लीटर का नया फ्रीज खरीदा। लाश से बदबू ना आए इसके लिए वह अगरबत्ती और रूम फ्रेशनर का यूज करता था। पुलिस के अनुसार वह आधी रात के बाद शरीर के कटे हुए हिस्से को फेंकने के लिए बाहर निकलता था। हैवान आफताब ने श्रद्धा के कटे शरीर के अलग-अलग हिस्सों को खासकर छत्तरपुर के पास पहाड़ियों में फेंक देता था। पुलिस ने श्रद्धा के बॉडी के कुछ टुकड़े बरामद किए हैं।
पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार घरवालों की मर्जी के खिलाफ श्रद्धा आफताब से शादी करना चाहती थी। वहीं, आफताब श्रद्धा के साथ शादी करने से इनकार कर रहा था। शादी की बात लेकर अक्सर उन दोनों के बीच कहासुनी होती थी। हालांकि, आफताब अपने प्यार को श्रद्धा के साथ शादी का रूप नहीं देना चाहता था। आफताब के मन में शुरू से ही खोट था। गिरफ्तार होने के बाद पुलिस लगातार आफताब से पूछताछ कर रही है। आफताब लगातार अपने बयान बदल रहा है। शुरुआती पूछताछ में आफताब ने बताया कि मई में श्रद्धा से उसकी कहासुनी हुई थी। इसके बाद श्रद्धा घर छोड़कर चली गई थी फिर उससे कोई कॉन्टेक्ट नहीं हुआ। आफताब ने बताया कि इसके बाद उसने श्रद्धा से कॉन्टेक्ट करने की कोशिश की लेकिन उसका फोन स्विच ऑफ आ रहा था।
श्रद्धा से कई दिनों तक संपर्क नहीं होने पर उसके पिता विकास वाकर ने मुंबई में एक शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के अनुसार, उसके एक मित्र ने सितंबर में उन्हें बताया था किया कि श्रद्धा का फोन दो महीने से नॉट रिचेबल आ रहा है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि आफताब पूनावाला कई मौकों पर श्रद्धा के साथ मारपीट करता था। श्रद्धा ने अपने परिवार को इस बारे में पहले ही बता दिया था। इसके बाद श्रद्धा के पिता ने आफताब को फोन किया था। इस पर आफताब ने बताया था कि वे दोनों अब अलग हो गए हैं। अपनी बेटी से कॉन्टेक्ट नहीं होने पर श्रद्दा के पिता ने बेटी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस का कहना है कि इस अपराध में प्रयोग में लाया गया हथियार अभी बरामद नहीं हुआ है। आरोपी आफताब पूनावाला ने श्रद्धा के शव के इन टुकड़ों को फेंकने से पहले फ्रिज में रखा था। चौहान ने बताया कि इस प्रेमी युगल के दिल्ली में रहना शुरू करने के कुछ दिन बाद मुंबई में महिला के पिता को अहसास हुआ कि उनकी बेटी लापता है और उन्होंने मुंबई पुलिस में गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करावायी। पुलिस के अनुसार आरोपी को पांच दिनों के लिए हिरासत में लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया है। आफताब ने अपने लिव-इन पार्टनर श्रद्धा की हत्या के बाद खून साफ करने का तरीका जानने के लिए गूगल किया था। पुलिस ने दावा किया है कि आफताब ने मानव शरीर की संरचना के बारे में भी वहां से जानकारी जुटाई थी। श्रद्धा की हत्या के बाद से ही आफताब शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाने लगा। आफताब ने पुलिस को बताया कि उसने मानव शरीर की रचना के बारे में पढ़ा था ताकि शरीर को काटने में मदद मिल सके। पुलिस ने कहा कि उन्होंने आफताब के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को जब्त कर लिया है और इसकी पूरी तरह से जांच की जाएगी। गैजेट्स और गूगल सर्च हिस्ट्री को वेरिफाई करने के बाद पुलिस आफताब के कबूलनामे को साबित कर सकती है।
जांच में सामने आया है कि कुछ समय बाद ही इनमें झगड़ा हो गया। ये एक-दूसरे पर संदेह करते थे। इस कारण इनमें झगड़ा होता रहता था। इनको लगा कि वह बाहर घूमने जाएंगे तो सब ठीक हो जाएगा। ये हिमाचल प्रदेश घूमने के बाद दिल्ली आ गए। 15 मई को इन्होंने छतरपुर, महरौली में किराए पर कमरा लिया। तीसरे दिन ही 18 मई को इनमें झगड़ा हो गया और आफताब ने एक हाथ से श्रद्धा का मुंह दबाया। जब श्रद्धा चिल्लाने लगी तो आरोपी ने दूसरे हाथ से उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने शव को बाथरूम में रखा।
उसने शव के चापर से करीब 35 टुकड़े किए और फिर फ्रीज में रख दिए। वह रात दो बजे फ्रीज से एक शव का एक टुकड़ा निकलता और महरौली के जंगल में फेंक आता। इधर जब श्रद्धा सोशल मीडिया पर सक्रिय नहीं दिखी तो उसके दोस्तों ने अनहोनी की आशंका को लेकर पिता विकास वाकर को बताई। विकास वाकर ने इसकी आठ नवंबर को महरौली पुलिस को शिकायत की। महरौली पुलिस ने महरौली दर्ज कर आफताब को छतरपुर से गिरफ्तार कर लिया। शुरू में वह पुलिस को ये कहकर गुमराह करता रहा कि झगड़ा होने के बाद श्रद्धा छोड़कर चली गई है। पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया। आफताब को किसी तरह का पछतावा नहीं है।
महरौली पुलिस ने आफताब को कोर्ट में पेश कर पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है, ताकि श्रद्धा के शव के टुकड़ों को ढूंढा जा सके और पूरी साजिश का पर्दाफाश किया जा सके। पुलिस को सोमवार शाम कर श्रृद्धा के शव के करीब 13 टुकड़े मिल गए है। सभी टुकड़े हड्डियों मे रूप में मिल रहे हैं। शव के टुकड़े गल गए और जानवरों ने नोंच लिया है। आरोपी ने जहां शव के टुकड़े फेंके वहां से काफी दूरी पर मिल रहे हैं।