रावतभाटा में 60 घंटों के कर्फ्यू के चलते बाजार पूरी तरह से बंद रहे. वहीं इस दौरान हालात का जायजा लेने के लिए जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने रावतभाटा और उसके आस-पास के क्षेत्र का दौरा किया और वहां के सरकारी और निजी अस्पतालों में कोविड को लेकर किए गए इंतजामों की जानकारी ली.
बता दें कि प्रदेश में तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए राज्य सरकार की ओर से लगाए गए 60 घंटों के कर्फ्यू में जिला मुख्यालय सहित जिले के सभी उपखण्ड मुख्यालय और उसके आसपास के क्षेत्र में बाजार बंद रहे. वहीं कर्फ्यू में हालात जानने के लिए जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा भी रावतभाटा के दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने कई अस्पतालों में कोरोना को लेकर किये गए प्रबंधन की जानकारी ली. इसके साथ ही उपखण्ड अधिकारी रामसुख गुर्जर से शहर में कोरोना मरीजों की संख्या की जानकारी लेते हुए अस्पताल का निरीक्षण किया उन्होंने पहले RAPP अस्पताल का निरीक्षण किया, जिसमें अस्पताल में कोविड-19 को लेकर किये गए इंतजामों की जानकारी।
इस दौरान उन्होंने अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए आरक्षित वार्डों का जायजा लिया और वेंटिलेटर सहित अन्य सुविधाओं की जानकारी ली. इसके बाद कलेक्टर ताराचंद मीणा ने रावतभाटा बालिका छात्रावास को बनाए गए क्वारंटीन सेंटर पहुंचे और वहां पर भी व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए जरूरी दिशा निर्देश दिए उसके बाद रेफरल सामुदायिक अस्पताल पहुंचे वह भी उन्होंने तैयारियों का जायजा लिया और कोरोना के दौरान तत्पर रहने के निर्देश दिए.
नगर पालिका रावतभाटा द्वारा भी जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा का स्वागत कर स्मृति चिन्ह भेंट किया गया
जगह-जगह तैनात रही पुलिस कोरोना के मामलों के रोकथाम को लेकर लगाए गए 60 घंटों के कर्फ्यू में ज्यादातर लोग तो घरों से बाहर नहीं निकले, लेकिन कुछ जगह युवा घूमते नजर आए, जिनको पुलिस वालों ने रोका और चालान बनाकर आगे बिना वजह बाहर नहीं आने की नसीहत दी.
इस दौरान कलेक्टर साहब के साथ उपखण्ड अधिकारी रामसुख गुर्जर
एडिशनल ए एसपी तृप्ति विजयवर्गीय ,डीएसपी झाबार मल, तहसीलदार सौरभ गुर्जर, सीआई राजाराम गुर्जर, ब्लाक प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ जी जे परमार, रेफरल अस्पताल चिकित्सालय प्रभारी डॉ अनिल जाटव, मौजूद रहे
रिपोर्ट : हरिमोहन राठौड़, चित्तौड़गढ़