डूंगरपुर,राजस्थान
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को निवास पर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति पर वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक ली। इसमें उन्होंने कहा कि कोविड-19 के लगातार कुशल प्रबंधन के कारण प्रदेश में क्रिटिकल सिंप्टोमैटिक मरीजों की संख्या में कमी आ रही है।
यह सुखद संकेत है कि बीते कुछ सप्ताह में अस्पतालों में ऑक्सीजन, आईसीयू और वेंटिलेटर की जरूरत वाले मरीजों की संख्या घटी है। इसके बावजूद भविष्य में संक्रमण के बढ़ने की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हम अपनी पूरी तैयारी रखें। उन्होंने जनता से मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंस, सेनेटाइजार, बार-बार हाथ धोने की अपील करते हुए कहा है की मास्क लगाए ये ही दवाई का काम करेगा।
वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री सुभाष गर्ग, मुख्य सचिव निरंजन आर्य, पुलिस महानिदेशक अपराध एमएल लाठर, प्रमुख सचिव गृह अभय कुमार, सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त महेन्द्र सोनी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि विभिन्न देशों में स्थानीय पारिस्थितिकी और मौसम संबंधी परिवर्तन के कारण कोरोना संक्रमण और इससे होने वाली मृत्यु दर में निरंतर बदलाव हो रहे हैं।
प्रदेश के चिकित्सा विशेषज्ञ इन बदलावों का गहन विश्लेषण और अध्ययन कर कोरोना को हराने के लिए स्थानीय रणनीति बनाएं।
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि विभिन्न देशों में स्थानीय पारिस्थितिकी और मौसम संबंधी परिवर्तन के कारण कोरोना संक्रमण और इससे होने वाली मृत्यु दर में निरंतर बदलाव हो रहे हैं।
प्रदेश के चिकित्सा विशेषज्ञ इन बदलावों का गहन विश्लेषण और अध्ययन कर कोरोना को हराने के लिए स्थानीय रणनीति बनाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों की राय एवं अनुभवों के अनुसार प्रदूषण के कारण कोविड-19 के रोगियों में सांस की तकलीफ बढ़ जाती है। साथ ही, इससे मृत्युदर बढ़ने की आशंका भी व्यक्त की गई है। ऐसे में, हमें दिवाली एवं शादियों के अवसर पर आतिशबाजी से बचना चाहिए। साथ ही, सर्दी के मौसम मेें संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ सकता है। इसे देखते हुए लोग वैवाहिक समारोहों एवं त्यौहारों के दौरान विशेष सावधानी बरतें। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि कोरोना से ठीक हुए रोगियों में हार्ट एवं लंग्स की जटिलताओं के दुष्प्रभाव सामने आ रहे हैं। ऐसे में, कोरोना से ठीक हुए लोग नियमित रूप से चिकित्सक से परामर्श लें और आवश्यक जांच करायें, ताकि कोरोना के दुष्प्रभावों से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि अनुभव बताते हैं कि कोरोना के लक्षण नजर आने के बावजूद लोगों ने अस्पताल पहुंचने में देरी की। जिसके कारण उनके फेफडों एवं श्वसन तंत्र के साथ ही अन्य अंगों में जटिलताएं बढ़ गई। ऐसे में, समय पर जांच एवं उपचार कराकर इससेे बचा जा सकता है
वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान जिला कलक्टर सुरेश कुमार ओला, जिला पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेन्द्र कुमार परमार, नगरपरिषद आयुक्त नरपतसिंह राजपुरोहित एवं विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहेे।
डुंगरपुर राजस्थान
राजस्थान ब्यूरो जगदीश तेली