राजस्थान के अलवर जिले के थानागाजी क्षेत्र में एक महिला के साथ पांच आरोपियों ने पति के सामने सामूहिक दुष्कर्म कर उसका वीडियो बना लिया। इसके बाद आरोपियों ने वीडियो को व्हाट्सएप के जरिये इलाके में वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने से ठीक एक दिन पहले पति पत्नी एसपी से मिले थे। एसपी ने थाने जाने को कहा तो वे थाने गए लेकिन मुकदमा दर्ज करने के लिये पुलिस ने पति को चुनाव प्रक्रिया खत्म होने तक इंतजार करने को कहा। पीड़िता के पति ने इस संबंध में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने की कई बार प्रार्थना की, लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया। उसी दौरान आरोपियों ने व्हाट्सएप पर वीडियो वायरल कर दिया।
घटना 26 अप्रैल की है। एक दलित समाज की महिला अपने पति के साथ बाजार जा रही थी।
महिला के पति ने गुंडों के हैवानियत की पूरी कहानी एक न्यूज चैनल को बताई… जो हम आपको विस्तार से बता रहे हैं:
26 अप्रैल का दिन था, करीब तीन बजे का समय। हम दोनों बाइक पर थे, बाजार से शादी के लिए समान खरीदने जा रहे थे। हम अनजान थे कि हमारा कोई पीछा भी कर रहा है।
हम जिधर से आ रहे थे, वो पूरा सुनसान इलाका है। रेत के टीलों के सिवाय वहां कुछ दिखाई नहीं देता। हैवानों ने शायद यहीं से उन्होंने हमारा पीछा करना शुरू किया था। वो पांच लोग थे, दो बाइक पर… पीछा करते-करते अचानक हमारे पास आ गए और धक्का देकर हमें रेत के टीलों पर गिरा दिया।
वो हमसे पूछने लगे, “कहां से आए हो? यहां अकेले क्या कर रहे हो? क्यों घूम रहे हो?” हम लोगों ने उन्हें बताया कि हम पति-पत्नी हैं, हमारी शादी को एक साल से ज़्यादा हो गया है, चाहो तो हमारे घरवालों से पूछ लो लेकिन वो नहीं माने, वो कहते रहे, घूमने आए हो दोनों, झूठ बोल रहे हो।
इसके बाद वे हमारे कपड़े फाड़ने लगे। उन्होंने मुझे बहुत बुरी तरह मारा। मेरी पत्नी को भी तीन-चार बार मारा। हम बहुत चिल्लाए, मदद के लिए आवाज़ लगाई, उनके सामने गिड़गिड़ाए लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया।
करीब तीन घंटे तक उन्होंने हमें टॉर्चर किया। वे लगातार वीडियो बनाते रहे, हम उनके सामने गिड़गिड़ाते रहे भईया वीडियो मत बनाओ लेकिन वो नहीं माने।
हम दोनों पति पत्नी शादी की खरीदारी के लिए जा रहे थे मेरे पास छह हज़ार रुपये थे, उन्होंने सब छीन लिए।
इसके बाद हम दोनों जैसे-तैसे उठे और बाइक पर ही वापस आए। मैंने अपनी पत्नी को मायके छोड़ा और ख़ुद घर आ गया और किसी से कुछ नहीं कहा, मेरी हिम्मत ही नहीं पड़ी, कि मैं किसी से इस मेटर पर बात करूं, समझ में नहीं आ रहा था कि क्या हो गया। अगले दिन चुपचाप जयपुर निकल गया, जहां मैं पढ़ाई करता हूं…
मेरी पत्नी ने रोते-रोते अपनी मां से सबकुछ बता दिया था और वो भी बहुत घबरा गई थीं। तीन दिन तक हम लोग बड़ी दुविधा में थे।
सुबह छोटेलाल का फोन आया। उसने मिलने के लिए कहा। मना किया तो बोला कि “बेटा मिलना तो तुझे पड़ेगा वरना वीडियो वायरल कर देंगे।” मैंने उससे कहा कि “मेरा भाई मिल लेगा”, मैंने यह बात अपने चाचा के लड़के को बताई, उसने मेरे भाई को बताया। इस दौरान छोटेलाल को मैंने अपने भाई का नंबर दे दिया। छोटेलाल कभी कराणा बुलाता, तो कभी थानागाजी। लेकिन मिलता नहीं था। 1 बजे दोबारा फोन आया और 10 हजार की डिमांड की। मैंने कहा कि मैं पढ़ाई करता हूं, दस हजार कहां से दूंगा? इसके बाद जैसे-तैसे करके मैंने 2000 रुपये दिए लेकिन हैवानों ने वीडियो वायरल कर दिया।
आख़िरकार मैंने अपने घर वालों को सब बता दिया, सुनकर वो भी एकदम सहम गए लेकिन फिर 30 तारीख़ को हम सब हिम्मत करके एसपी ऑफ़िस गए।
हम एसपी ऑफ़िस में थे तब भी उनका फ़ोन आया था, वो हमसे पैसे मांग रहे थे और वीडियो वायरल करने की धमकी दे रहे थे।
एसपी ने सारी बातें सुनी और कार्रवाई का भरोसा दिलाकर थानागाजी पुलिस स्टेशन भेज दिया।
थानागाजी के एसएचओ ने कहा कि थाने में लोग कम हैं और सबकी 6 मई को अलवर में होने वाले इलेक्शन में ड्यूटी लगी है, इसलिए कुछ दिन बाद ही कार्रवाई हो पाएगी।
इसके बाद 30 तारीख़ से लेकर 2 मई के बीच कुछ नहीं हुआ। हम 2 तारीख़ को फिर थानागाजी स्टेशन गए। उस दिन एफ़आईआर लिखी गई लेकिन हुआ कुछ नहीं।
4 मई को उन्होंने वीडियो वायरल कर दिया। मेरी रिश्तेदारी के एक बड़े भाई ने मुझे फ़ोन करके इस बारे में बताया तो मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई, मैं खूब रोया और बेबसी के आंसू ले भागकर थाने गया। लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद बात स्थानीय मीडिया में फैल गई, और फिर नेशनल मीडिया में। जिसके बाद पुलिस पर दबाव बना और इसके बाद पुलिस हरकत में आई।
मेरी पत्नी कहती है, “मुझे ही पता है मेरे साथ क्या हुआ है…आज मेरे साथ हुआ है, कल किसी और साथ न हो इसलिए मैं चाहती हूं कि इन अपराधियों को जल्द से जल्द सज़ा मिले, मैं चाहती हूं उन सभी को फ़ांसी होनी चाहिए।
पति का कहना है कि क़ानून में फ़ांसी से भी बड़ी कोई सज़ा हो तो अपराधियों को वो मिले। पति का कहना है कि वे अपनी पत्नी से बेइंतहा प्रेम करते हैं। और हमेशा करते रहेंगे। जब तक आरोपियों को मौत की सजा नहीं मिल जाती है तब तक चैन से नहीं बैठेंगे। आज हमारे साथ हुआ कल किसी और के साथ होगा।
यह खुलासा किया बेबस पति ने।
बता दें कि सामूहिक बलात्कार व वीडियो वायरल करने वाले सभी आरोपी गुर्जर समुदाय से ताल्लुक़ रखते हैं।
सभी हैवानों के नाम- अशोक गुर्जर, हंसराज गुर्जर, इंद्रराज गुर्जर, महेश गुर्जर और छोटेलाल गुर्जर हैं। मुकेश गुर्जर पर रेप का वीडियो वायरल करने का आरोप है।
इन पर आईपीसी की धारा 147, 149, 323, 341, 354, 376-D, 506 और एससी-एसटी ऐक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
बता दें वो इलाका गुर्जर बाहुल्य इलाका है। इस इलाके में अपराधी छवि वाले बहुत से लोग हैं। आये दिन ऐसी वारदाते होती रहती हैं। लेकिन पुलिस प्रशासन की नाकामी अपराधियों के हौसले बढ़ाती है।
रिपोर्ट : जगदीश जी तेली, राजस्थान ब्यूरो, खबर 24 एक्सप्रेस