उनकी बहुत सारी मांगे थीं। जिनको लेकर स्टाफ अनशन पर था।
करोड़ो खर्च कर संजू बाबा को बुलाने की बजाय अपने लोगो की समस्या दूर की होती तो बेचारे कॉलेज का स्टाफ अनशन पर नही बैठता। जो अपने कर्मचारियों की तकलीफ दूर नही कर सकते वो चले है जिले के 17 लाख लोगों की तकलीफ दूर करने। बड़ी विडंबना है।