इस बार कर्नाटक में हुए उपचुनावों में लोकसभा की तीन और विधानसभा की 2 सीटों पर यहां भाजपा को केवल एक सीट के साथ ही संतुष्ट होना पड़ा।
बता दें कि कुल 5 सीटों के उपचुनाव के परिणाम आज घोषित कर दिए गए हैं। इस चुनाव परिणाम में कांग्रेस और जेडीएस को जनता ने दीपावली का गिफ्ट दिया है। इसमें भाजपा को बड़ा झटका मिला है। इसमें कांग्रेस-जेडीएस चार सीटों पर कब्जा कर लिया है और भाजपा को एक सीट पर ही संतोष करना पड़ा है। बेल्लारी, जामखंडी में कांग्रेस ने विजय प्राप्त की है। वहीं मांड्या लोकसभा और रामनगर में जेडीएस ने जीत दर्ज कर ली है।
कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन ने 5 में से 4 सीटें जीत ली हैं। कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन ने बेल्लारी, मंड्या, रामनगर और जमखंडी सीट पर जीत दर्ज की है। जबकि भाजपा ने शिवमोगा लोकसभा सीट से जीत दर्ज की है। कांग्रेस के वीएस उग्रप्पा ने बेल्लारी लोकसभा सीट पर 243161 वोटों से जीत दर्ज की है।
जेडीएस के एलआर शिवरामे गौड़ा ने मंड्या लोकसभा सीट पर 324943 वोटों से जीत दर्ज की है। भाजपा के राघवेंद्र ने शिवमोगा लोकसभा सीट पर 52148 वोटों से जीत दर्ज की है। जमखंडी विधानसभा सीट से कांग्रेस के आनंद सिद्धू न्यामगौड़ा ने 39480 वोटों से जीत दर्ज की है। जेडीएस की अनिता कुमारस्वामी ने रामनगर विधानसभा सीट पर 109137 वोटों से जीत दर्ज की।
निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की पत्नी अनिता रामनगर विधानसभा सीट और कांग्रेस के आनंद न्यामगौड़ा जामखंडी विधानसभा सीट पर चुनाव जीत चुके हैं।
इस जीत पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एचडी कुमरस्वामी ने कहा है कि यह चुनाव पहला कदम था। यहां 28 लोकसभा सीट हैं, हम उन सबको जीतने के लिए कांग्रेस के साथ काम करेंगे। यही हमारा लक्ष्य है। यह हमारा घमंड नहीं है कि हमने आज जीत दर्ज की है बल्कि यह तो हमारे लोगों का आत्मविश्वास है। यह जीत हमें अभिमानी नहीं बना रही है।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी कम से कम 20 सीटें जीतेगी। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार ने उपचुनाव में पार्टी को मिली जीत पर कहा कि जहां तक दक्षिण भारत का सवाल है, यहां आप राम मंदिर और बाकी चीजों को मुद्दा नहीं बना सकते। लोग देखते हैं कि उन्हें क्या मिला है? वे सामाजिक, आर्थिक क्षेत्रों में मिले फायदों को देखते हैं। ये पूछे जाने पर कि क्या इन उपचुनावों का 2019 पर असर होगा तो उन्होंने कहा कि बिल्कुल, लोकतंत्र में कोई भी चुनाव और उनके नतीजे असर डालते हैं। कर्नाटक में हुए उपचुनावों में 4 नवंबर को मतदान डाले गए थे।