1 सितंबर यानि आज से शुक्र ग्रह का तुला राशि में गोचर हो रहा है। और यह 1 जनवरी तक रहेगा। बाकी राशियों पर इसका क्या असर पड़ेगा श्री सत्यसाहिब स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज सम्पूर्ण जानकारी दे रहे हैं।
शुक्र का तुला राशि में गोचर प्रारम्भ है- 1 सितंबर 2018 से और 1 जनवरी 2019 मंगलवार तक प्रभाव रहेगा।
शुक्र ज्योतिष शास्त्र में सौम्य और एक लाभदाता ग्रह माना गया है। इसे कला, प्रेम, सौंदर्य और सांसारिक सुखों का कारक कहा जाता है. जिन लोगों की कुंडली में शुक्र की स्थिति अच्छी होती है उन्हें जीवन में करीब-करीब हर भौतिक वस्तुओं और सुखों की प्राप्ति होती है। चाहे वो लग्जरी वाहन, विदेश यात्रा, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, वैवाहिक या प्रेम संबंध हो। शुक्र की कृपा से इन सभी चीजों की प्राप्ति होती है। वहीं शुक्र के अशुभ प्रभाव से कड़ी मेहनत के बावजूद परिणाम की प्राप्ति में देरी होती है। त्वचा व यौन रोग से परेशानी होती है। ऐसी स्थिति में ज्योतिषीय परामर्श लेकर शुक्र ग्रह की शांति अवश्य करना चाहिए।
शुक्र ग्रह 1 सितंबर 2018, शनिवार को रात्रि 11:46 बजे कन्या से तुला राशि में गोचर करेगा और 1 जनवरी 2019, मंगलवार रात्रि 8:58 बजे तक इसी राशि में स्थित रहेगा। चूंकि शुक्र स्वयं तुला राशि का स्वामी है इसलिए तुला राशि वालों के लिए यह गोचर विशेष रूप से लाभकारी होगा।आओ जानते हैं-स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी से- सभी 12 राशियों पर शुक्र के गोचर का प्रभाव क्या और केसा है:-
मेष राशि पर शुक्र का प्रभाव:-
शुक्र आपकी राशि से सप्तम भाव में गोचर करेगा। इस समय नोकरी और व्यवसाय क्षेत्र में आपका स्तर ऊँचा होगा,वैसे आपको थोड़ा विवाद से बचना होगा। महिलाओं का सदा सम्मान करें। गोचर की अवधि में आप अपनी सेहत पर भी थोड़ा ध्यान दें। इस समय कुछ चिड़चिड़ापन बढ़ने से आपकी सेहत कमज़ोर रह सकती है। वैवाहिक जीवन में जीवनसाथी और आपके बीच प्रेमिक भाव बना रहेगा, परंतु किसी मित्र की बात को लेकर दोनों के बीच मतभेद भी हो सकता है। ऐसे में जीवनसाथी की भावनाओं को समझने का प्रयास करें। अविवाहित जातकों के लिए प्रेम और विवाह करना सफल रहेगा, पर इसके लिए आपको अधिक प्रयास करने पड़ेंगे।
उपायः- शुक्रवार को पूर्णिमा माता पर सफेद पुष्प और सफेद चंदन दान करें।
वृषभ राशि पर शुक्र का प्रभाव:-
शुक्र ग्रह आपकी राशि से षष्ठम भाव में गोचर करेगा। इस समय आपका स्वस्थ थोड़ा आलस्य भरा और कमज़ोर रह सकता है। अपने विरोधियों की गुप्त चाल से सावधान रहें। वे आप पर इस समय हावी होने का प्रयास कर सकते हैं। वैवाहिक जीवन में आपको अनेक परिवरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वहीं व्यापार में बिज़नेस पार्टनर से किसी लेन देन की बात को लेकर मनमुटाव संभव है। गोचर की अवधि में अनावश्यक वस्तुओं की खरीद पर आपका धन ख़र्च होगा इसलिए पैसों की बचत पर कुछ ध्यान दें। यात्रा के दौरान किसी प्रकार की विध्न आने से कठिनाई आ सकती है। ऐसे में ज़्यादा ज़रुरी न हो तो, यात्रा को आगे बढ़ाया जा सकता है। किसी नई अपरिचित महिला के साथ आपका विवाद हो सकता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए इस समय बोलचाल में महिलाओं का आदर-सम्मान करें। यदि आप कार्यक्षेत्र में मन लगाकर काम करेंगे तो, अवश्य ही आपको इसमें मनवांछित सफलता मिलेगी। आप लोन के लिए बैंक में आवेदन और उससे लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं।
उपायः-पूर्णिमा माता के मंदिर की पुजारिन को हलकी खुशबु का अच्छा इत्र भेंट करें।मिठाई भी दान करें।
मिथुन राशि पर शुक्र का प्रभाव:-
शुक्र आपकी राशि से पंचम भाव में गोचर करेगा। इस समय आप अपने चल रहे विवादस्थ विरोधियों पर विजय प्राप्त करेंगे। यदि आपने बैंक अथवा किसी व्यक्ति से पैसा उधार लिया है, तो उस से उधार वापस भी प्राप्त करेंगे और आप चुका भी सकते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से गोचर आपके लिए अच्छा रहना है।पूर्व बीमारी में आपकी सेहत में अपेक्षित सुधार आएगा। वहीं जो छात्र सदूर या विदेश में उच्च शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं, तो उनका यह सपना लगभग पूर्ण हो सकता है। छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सफलता मिलने के अच्छे योग हैं। आपके प्रेम जीवन में रोमांस बढ़ेगा और साथ भी भरपूर रहेगा।गृहस्थी हो या प्रेम में प्रगाढ़ता लाने के लिए प्रियतम या जीवनसाथी के साथ मूवी अथवा अन्य प्रकार का मनोरंजन किया जाता सकता है। विवाहित जातकों को जीवनसाथी की ओर से कोई शुभ समाचार मिलने की प्रबल संभावना है। इस अवधि में छोटे बड़े बच्चे भी एकदम स्वस्थ रहेंगे। नव विवाहित दम्पतियों को संतान प्राप्ति के योग बनते दिखाई रहे हैं।साहित्य और कला के प्रति आपकी रुचि बढ़ेगी।
उपायः-पूर्णिमां माता पर खीर चढ़ाये और शुक्रदेव का ‘’ॐ शुं शुक्राय नमः’’ या अपना गुरु मंत्र का 6 मला जाप करें।
कर्क राशि पर शुक्र का प्रभाव:-
शुक्र आपकी राशि से चतुर्थ भाव में गोचर करेगा। इस दौरान आपको विविध क्षेत्रों में यानि नोकरी,व्यवसाय आदि में सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति होगी। घर परिवार में सुख-शांति का वातावरण रहेगा।व्यापार में या अतिरिक्त आय से आर्थिक जीवन में समृद्धि के योग हैं। इसके साथ ही आपकी कोई पूर्व मनोकामना के पूर्ण होने के भी योग बन रहे हैं। गोचर की अवधि में आपके द्वारा वाहन अथवा घर ख़रीदने की संभावना है, या आप अपने पुराने घर की नवीन सजावट या पुनर्निर्माण में धन ख़र्च कर सकते हैं। इस दौरान परिजन या जीवनसाथी या मित्र के साथ आपका मतभेद संभव है।मित्र और पड़ोसी या आस-पास के लोगों से आपको यथासंभव साहयता मिलेगी और आपकी सेहत में भी अपेक्षाकृत सुधार देखने को मिलेगा।
उपायः-माता पूर्णिमा की आरती चलिसा से आराधना करें और उन्हें घी दीप जला सफेद पुष्प चढ़ाएँ।
सिंह राशि पर शुक्र का प्रभाव:-
शुक्र आपकी राशि से तृतीय भाव में गोचर करेगा। इस समय आपके पराक्रम, कार्य क्षमता एवं शैली व संकल्प शक्ति में वृद्धि होने की प्रबल संभावना है। आप अपने प्रत्यक्ष और गुप्त शत्रुओं पर अनेक उपायों द्धारा विजय प्राप्त करेंगे। साथ ही गोचर की अवधि में धार्मिक अनिष्ठानों आदि कार्यों में आपका तन मन धन लगेगा। भाई-बहनों को विशेषकर बहिन या पुत्री को किसी क्षेत्र में लाभ मिलने के योग बन रहे हैं। इसके अलावा इस समय आपको अकस्मात धन लाभ के भी योग हैं। किसी दूसरी जगह पर स्थानप्रिवर्तन या नई नौकरी मिलने पर आप अपनी वर्तमान जॉब को चेज़ कर सकते हैं। वहीं सामाजिक क्षेत्र में या नवीन मित्रों में आपकी जान-पहचान का क्षेत्र बढ़ेगा और आपके दोस्तों की सूची में कई नए नाम अच्छे रूप में जुड़ेंगे। कार्यक्षेत्र में अधिकारीयों व् सहकर्मियों से आपको पूरी साहयता मिलने की संभावना है।प्रशासन या उच्चाधिकारियों के द्वारा आपको किसी तरह का लाभ मिल सकता है। गोचर के दौरान आपके भाग्य का सितारा भी बुलंद रहेगा। इस अवधि में आप अपनी किसी कलात्मक प्रतिभा का विशेष विकास करेंगे। किसी के साथ नया रिश्ता प्रेम रूप में जुड़ सकता है।
उपायः-पूर्णिमां माता और सफेद गाय की पूजा करें और उन्हें शुक्रवार को चारा खिलाएँ।
कन्या राशि पर शुक्र का प्रभाव:-
शुक्र आपकी राशि से द्वितीय भाव में गोचर करेगा। इस स्थिति में आपको सभी ओर से आर्थिक दृष्टि से उच्च लाभ संभव है। विभिन्न स्रोतों से आपको आय या लाभ की प्राप्ति होगी और परिवार में किसी शुभ मंगल कार्य के होने के योग बन रहे हैं। आपके परिवार में किसी को संतान की प्राप्ति हो सकती है अथवा किसी का रिश्ता तय या विवाह भी संभव है। वहीं समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा और आपके आफिस से या सरकार की ओर से भी आपको कोई शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है। किसी नवीन महिला के द्वारा आपको कोई भी लाभ संभव है। गोचर के दौरान आपको अच्छे होटल और यात्रा में स्वादिष्ट भोजन करने का अवसर प्राप्त होगा। इस अवधि में आपकी संवाद शैली में पहले से अच्छा सुधार देखा जा सकता है। अपने संवाद के माध्यम से आप सभी को प्रभावित करेंगे। वहीं छात्रों को परीक्षा में सफलता मिलने की अच्छी संभावना है। घर में बच्चों को बड़ो या दादा, पिताजी का प्रेमभरा आशीर्वाद प्राप्त होगा।धार्मिक कार्य, अभिनय, नृत्य, गायन अथवा अन्य किसी साहित्य कला की ओर आपकी रुचि बढ़ेगी।
उपायः-धान्य या शुष्क चावल से पूर्णिमां माता की दीप जला आराधना करें।और मन्दिर में दान करें।
तुला राशि पर शुक्र का प्रभाव:-
शुक्र आपकी राशि में गोचर करेगा और यह आपके लग्न भाव में स्थित होगा। इस समय आपकी सेहत मेंअपेक्षित सुधार देखने को मिल सकता है। ध्यान रखें, किसी भी चीज़ का अति उपयोग नुकसानदायी रहता है, इसलिए किसी भी चीज़ की खाने पीने या मिलाप में अति न करें। इस अवधि में आपके व्यक्तित्व का अच्छा विकास होगा और किसी क्षेत्र में किये पूर्व परिश्रम से आपको अचानक कोई लाभ के शुभ संकेत मिल रहे हैं। वहीं विरोधियों पर भी आपका भय बना रहेगा। मन में भोगात्मक वासनात्मक विचारों का प्रवाह प्रबल हो सकता है। इन विचारों पर नियंत्रण रखने का प्रयास करें। अविवाहित जातकों का विवाह होने के प्रबल संकेत हैं। जबकि नवीन विवाहित दंपतियों को संतान प्राप्ति के योग हैं। छात्र पढ़ाई में ख़ूब मेहनत करेंगे, जिससे उनको आने वाली परीक्षा में भी अच्छी सफलता मिलेगी।धार्मिक कार्यों के दान-धर्म में आपकी रुचि बढ़ेगी और आपके जीवन में नई समृद्धि आएगी। पूर्व व्यापार में लाभ प्राप्त होगा।इस बीच प्रसंसा बढ़ने से अपने अहंकार का त्याग करें।गृहस्थी और प्रेम जीवन में आपको भरपूर आनंद आएगा और आपकी जीवन शैली में अपेक्षित सुधार देखने को मिलेगा।यात्रा में सावधानी बरतें।
उपायः-पूर्णिमां माता के मन्दिर में शुक्रवार को ‘’ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः’’ मंत्र का जाप घी दीप जलाकर करें।
वृश्चिक राशि पर शुक्र का प्रभाव:-
शुक्र आपकी राशि से बारहवें भाव में जाएगा। इस समय सदूर या विदेश संबंधों से आपको अच्छा लाभ मिलने के योग हैं। आप किसी सुनियोजित लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं। गोचर की अवधि में आपका अनावश्यक ख़र्च बढ़ सकता है, हालाँकि आप एक आलीशान और समृद्ध जीवन शैली को अपनाते हुए अनन्द व्यतीत करेंगे। गोचर के समय आप सहज रुप से परिवारिक जीवन घरेलू रूप व्यतीत करेंगे। पर आपके मन में भोगात्मक विचारों की अधिकता रह सकती है। इन विचारों पर आपको नियंत्रण रखने की थोड़ी आवश्यकता होगी। आर्थिक रूप से आपको लाभ प्राप्त होने के अच्छे संकेत मिल रहे हैं। आपके कार्य और धन में वृद्धि संभव है। विपरीत लिंग के लोगों से आपकी नजदीकी बढ़ेगी। बिज़नेस अथवा व्यवसायिक या वैवाहिक या प्रेम सुख का आनंद लेने के लिए आप विदेश यात्रा पर जा सकते हैं।इस समय जीवनसाथी या बड़ी पुत्री के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
उपायः-शुक्रवार को पूर्णिमां माता की पूजा करके 9 कन्याओं को खीर खिलाएं।दान दे।
धनु राशि पर शुक्र का प्रभाव:-
शुक्र आपकी राशि से एकादश भाव में गोचर करेगा। इस समय आपको व्यवसायिक क्षेत्र में आर्थिक लाभ मिलने के योग हैं। आपके जीवन में अच्छी समृद्धि और सुख आने की प्रबल संभावना है। इस अवधि में आप भौतिक सुख-सुविधाओं का पूरा बढ़कर आनंद ले सकेंगे। वहीं प्रेम जीवन में आपको प्रियतम के साथ जमकर रोमांस कर आनन्द पाने का अवसर मिलेगा। अपने कार्य में आपको सफलता मिलेगी।नवीन जातकों को वैवाहिक जीवन के लिए यह शुभ समय होगा। विपरीत लिंग के व्यक्तियों से आपकी मित्रता बढ़ेगी और मित्रों का भी पूरा पूरा सहयोग प्राप्त होगा। कार्यक्षेत्र में कड़ी मेहनत से आपको नई और उच्ची पहचान दिलाएगी। सफलता पाने के लिए अधिकारी आपकी साहयता करेंगे।सामान के चोरी का ध्यान रखें।
उपायः- माँ पूर्णिमां जी की कृपा दृष्टि पाने के लिए श्रीं बीज मंत्र या देवी लक्ष्मी का श्री सूक्त का जाप करें।मन्दिर में घी दान करें।
मकर राशि पर शुक्र का प्रभाव:-
शुक्र आपकी राशि से दशम भाव में गोचर करेगा। इस समय आप धार्मिक और अधिकतर अच्छा कार्य करेंगे,ये समय आपको संतुष्टि नही देगा।आप अपनी वर्तमान जॉब में परिवर्तन कर सकते हैं। बड़े बच्चों के साथ किसी बात को लेकर आपका मनमुटाव हो सकता है। इसलिए उनकी बात सुनते हुए बच्चों के प्रति आपका प्रेम-लगाव बनाये रखना चाहिए। इस अवधि में आपके दुश्मन आपसे ज़्यादा प्रबल होंगे,यो इस स्थिति में उनसे विवाद बढ़ाने का प्रयास न करें।बाहर और घर,ऑफिस की महिलाओं का सदा सम्मान करें। पारिवारिक जीवन में सुख-शांति का वातावरण बना रहेगा। पर आपके प्रेम जीवन में किसी गलतफेहमी से तनाव भरी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस समय में इस कारणों से आपको मानसिक तनाव की भी शिकायत रह सकती है।चल रहे या नवीन व्यापार में किसी तरह की व्यवसायिक बाधा आ सकती है। इस समय किसी सरकारी कार्य के सम्बन्ध में सरकारी अधिकारी से आपका विवाद संभव है।यो धार्मिक अनुष्ठानों को बढ़ाते हुए, आप मन लगाकर अपना कार्य कर सफलता प्राप्त करेंगे।
उपायः माँ पूर्णिमां की दीप खीर भोग लगा आराधना करें।पुजारी को दान करें।
कुंभ राशि पर शुक्र का प्रभाव:-
शुक्र का गोचर आपकी राशि से नवम भाव में जाएगा। इस समय आपको विभिन्न क्षेत्रों से आय सहित अनेक लाभ मिलने की संभावना है। गोचर की अवधि में आप किसी सदूर या लंबी दूरी की व्यवसायिक यात्रा पर जा सकते हैं। यह यात्रा आपके लिए लगभग लाभकारी रहेगी।परिवार और समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। धार्मिक कार्यों के द्धारा भी आपकी सुख शांति तथा उपयोगिता बढ़ेगी। किसी नवीन महिला और मित्रों के द्वारा आपको अचानक मदद मिल सकती है। स्वास्थ्य की दृष्टि से ये गोचर समय आपके लिए पूर्व से अधिक लाभकारी रहेगा।सरकारी क्षेत्र में सरकार से भी आपको किसी तरह का कोई लाभ प्राप्त हो सकता है। इस दौरान आप परिजनों और मित्रों में ख़ुशी-ख़ुशी से समय व्यतीत करेंगे। लंबे समय से निलम्बित चल रहे किसी काम या योजना में आपको अच्छी सफलता मिलने की संभावना है।आपके किसी भी व्यवसायिक क्षेत्र में आपको स्थायी लाभ मिलने के सफल योग बन रहे हैं। जीवनसाथी का प्रेम सहयोग आपको मिलता रहेगा।चल रहे प्रेम जीवन के लिए भी प्रेमिक बने रहने का संकेत दे रहा है। घर में कोई भी शुभ कार्य संभव है।धन खर्च बढ़ेगा पर आय भी बढ़ेगी।
उपायः-9 छोटी कन्याओं को खीर पूरी का शुक्रवार को पूर्णिमां माता के मन्दिर या पूजन के बाद उनका आशीर्वाद लें।घी दान करें।
मीन राशि पर शुक्र का प्रभाव:-
शुक्र आपकी राशि से अष्टम भाव में गोचर करेगा। इस समय आपके मन में भोगात्मक विचारों की अधिक वृद्धि हो सकती है। इस अवधि मे आप संसारिक भौतिक सुख-सुविधाओं का अच्छा आनंद लेंगे।परिवारिक बच्चे भी स्वस्थ रहते हुए हँसी-ख़ुशी से अपना समय व्यतीत करेंगे। किसी नए व्यक्ति के साथ नया रिश्ता अच्छे रूप में शुभ हो सकता है।वैसे तो इस नये रिश्ते को आप परिजनों और मित्रों से छुपाकर रखना चाहेंगे। किसी सामाजिक या व्यवसायिक क्षेत्र में आपको अचानक उच्च पद या धन लाभ की प्राप्ति के शुभ संकेत भी हैं। छोटी-मोटी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में परेशानी हो सकती हैं,यो अपना ख़्याल रखें। छात्रों को परीक्षा में रुके पेपर या नए पेपरों में अपेक्षित सफलता मिलने की संभावना है। घर में बड़े भाई-बहन के साथ मधुर रिश्ता बनाए रखें, लाभ मिलेगा,अन्यथा किसी बात को लेकर उनके साथ आपकी कहासुनी से भारी तनाव हो सकता है। नौकरी कर रहे जातकों का किसी दूसरी और या नये स्थान पर स्थानांतरण हो सकता है।यात्रा में और कीमती सामना को लेकर थोड़ी सावधानी बरतें।
उपायः- शुक्रवार के दिन माँ पूर्णिमां को केसर युक्त खीर का भोग लगाएँ और घी का दान करें।
विशेष:- शुक्र ग्रह के अधिक जाप करें और करावें और गुरु मंत्र जप अधिक करें और दान करें।
इस लेख को अधिक से अधिक अपने मित्रों, रिश्तेदारों और शुभचिंतकों को भेजें, पूण्य के भागीदार बनें।”
अगर आप अपने जीवन में कोई कमी महसूस कर रहे हैं घर में सुख-शांति नहीं मिल रही है? वैवाहिक जीवन में उथल-पुथल मची हुई है? पढ़ाई में ध्यान नहीं लग रहा है? कोई आपके ऊपर तंत्र मंत्र कर रहा है? आपका परिवार खुश नहीं है? धन व्यर्थ के कार्यों में खर्च हो रहा है? घर में बीमारी का वास हो रहा है? पूजा पाठ में मन नहीं लग रहा है?
अगर आप इस तरह की कोई भी समस्या अपने जीवन में महसूस कर रहे हैं तो एक बार श्री सत्यसाहिब स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज के पास जाएं और आपकी समस्या क्षण भर में खत्म हो जाएगी।
माता पूर्णिमाँ देवी की चमत्कारी प्रतिमा या बीज मंत्र मंगाने के लिए, श्री सत्यसाहिब स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज से जुड़ने के लिए या किसी प्रकार की सलाह के लिए संपर्क करें +918923316611
ज्ञान लाभ के लिए श्री सत्यसाहिब स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज के यूटीयूब
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श्री सत्यसाहिब स्वामी सत्येंद्र जी महाराज
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः