विधानसभा में भाजपा की सहयोगी पार्टी बनने जा रही जेडी(एस) को एक बड़ा झटका लगा है। आज यानी शनिवार को उसके चार विधायकों ने कर्नाटक विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है।
बता दें कि इन विधायकों ने ठीक एक दिन पहले राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में क्रास वोटिंग की थी।
अभी हाल ही में 3 विधायक पहले ही पार्टी छोड़ कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। और अब ये 4 विधायकों का जाना भाजपा और जेडी(एस) के गठबंधन के समीकरण को बिगाड़ सकता है और साथ ही भाजपा का कर्नाटक में सत्ता सुख देखने के सपने को भी झटका लग सकता है।
विधायकों रहे बीजेड जमीर अहमद खान, आर. अखंड श्रीनिवासमूर्ति, एन. चालुवराया स्वामी और भीमा नाइक ने विधानसभा अध्यक्ष केबी कोलिवाड को उनके निवास पर इस्तीफा सौंप दिया। एक दो दिनों में चारों विधायक कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने इस्तीफा मंजूर कर लिया है।
ये चारों विधायक उन सात विधायकों में शामिल हैं जिन्होंने पार्टी में विद्रोह किया है। विद्रोहियों ने पार्टी नेतृत्व खास तौर से एचडी कुमारस्वामी के खिलाफ आवाज उठाई है। कुमारस्वामी जदएस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के बेटे हैं। इस्तीफा देने के बाद खान ने कहा कि उन्होंने जेडी(एस) से इस्तीफा देने का फैसला लिया क्योंकि पार्टी अब व्यक्तिवादी हो गई है।
“उधर तीन दिन पहले एक सभा में राहुल गांधी ने जेडी(एस) और भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया था।”
उन्होंने जनतादल सेक्युलर (जेडीएस) पर बीजेपी के साथ सहायक की भूमिका निभाने का आरोप लगाया है।
कर्नाटक के हासन में बुधवार को एक चुनावी रैली में राहुल ने जेडीएस पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों में बीजेपी के साथ जेडी(एस) सहायक की भूमिका में है। राहुल ने दावा किया कि दोनों (बीजेपी-जेडीएस) के साथ होने के बावजूद कर्नाटक में कांग्रेस की जीत तय है।
हासन में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, ‘इस चुनाव में जेडीएस, बीजेपी के साथ सहायक की भूमिका में है। बीजेपी की जीत के लिए जेडीएस पूरे समर्पण के साथ जुटी है।
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रिपोर्ट: रामजान अली
बैंगलोर, कर्नाटक
ख़बर 24 एक्सप्रेस