2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने जिस तरह 80 में से 71 सीट जीतकर कारनामा कर दिखाया था उसी तरह यूपी के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने अपने आप को फिर से साबित कर दिया। 2017 में हुए विधानसभा चुनावों के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि अब भाजपा को रोक पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन होगा। वहीं रही सही कसर नागालैंड, मेघालय और त्रिपुरा के चुनावों ने पूरी कर दी।
लेकिन आज जो कुछ भी हुआ उसे मोदी-शाह के लिए भूल पाना तो मुश्किल ही होगा लेकिन इन सबमें सबसे बड़ी हार हुई है वो है यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की। जो उपचुनाव की जीत से पहले से आश्वस्त नज़र आ रहे थे इतना ही नहीं उन्होंने अखिलेश और मायावती के साथ आने पर कटाक्ष भी किया था। उन्हें ज़रा भी उम्मीद नहीं थी कि गोरखपुर जिसे उनका गढ़ भी कहा जाता है। उसे इस तरह हर जाएंगे। जरा इल्म भी न रहा होगा।
बता दें कि अगस्त में ही गोरखपुर के सरकारी अस्पताल में लगभग 350 बच्चे ऑक्सीजन की कमी के कारण जान गंवा चुके थे। जिस पर सीएम योगी ने बड़ा ही बेतुका बयान भी दिया था उन्होंने कहा था कि हर साल अगस्त में इसी तरह मौतें होती हैं।
अब इसको गोरखपुर वालों का बदला कहिए या सरकार के प्रति लोगों का गुस्सा। 2019 नज़दीक है और भाजपा के शीर्ष नेताओं ने इस उपचुनाव को देश के लिए निर्णायक चुनाव बताया था।
सबसे बड़ी बात जिन दो सीटों पर मतदान हुआ वो मुख्यमंत्री योगी और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या की सीट थीं। जीती जिताई सीटों पर हार जाना इससे शर्मनाक हार और हो क्या सकती है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं। दोनों सीटों पर बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा है। फूलपुर में सपा प्रत्याशी नागेंद्र पटेल ने बीजेपी के कौशलेंद्र पटेल को 59613 वोटों से हरा दिया है। फूलपुर यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की सीट थी। वहीं गोरखपुर में भी बीजेपी उम्मीदवार उपेंद्र शुक्ल को हार पचानी पड़ेगी। यहां सपा के प्रवीण निषाद ने जीत दर्ज की है, गोरखपुर में बीजेपी उम्मीदवार उपेंद्र शुक्ल को 21,881 वोटों से हार झेलनी पड़ी है।
फूलपुर, गोरखपुर में बीजेपी की तरफ से जबर्दस्त चुनाव प्रचार किया गया था साथ ही सपा-बसपा के चुनावी गठबंधन के खिलाफ खूब प्रोपोगेंडा किया गया इसके लिए आईटी सेल की भी भरपूर मदद ली गई थी। लेकिन बाबजूद इसके बीजेपी को इस तरह हार का मुँह देखना पड़ेगा यह उम्मीद भी नहीं रही होगी।
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मनीष कुमार
ख़बर 24 एक्सप्रेस