बिहार, यूपी में हुए उपचुनाव का परिणाम आ गया है। अब यह भी निश्चित हो गया है कि कौन जीता है और किसको मात मिली है। बिहार में लालू का जादू फिर से लोगों के सर चढ़कर बोला है।
बता दें कि नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और भाजपा के बीच गठबधंन के बाद यह पहला चुनाव था और यही इस गठबंधन की असली परिक्षा भी थी। वहीं लालू यादव के लिए अपने आप को दोबारा साबित करने के लिए इस उपचुनाव में अपनी बदात बनाने का मौका था।
बिहार की दो विधानसभा और एक लोकसभा की सीटों पर हुए उपचुनाव में तीनों सीटों के नतीजे आ गए हैं। जहानाबाद से आरजेडी के उम्मीदवार कुमार कृष्ण मोहन उर्फ सुदय यादव ने जीत दर्ज कर ली है।
वहीं भभुआ से भाजपा की रिंकी रानी पांडेय ने कांटे की टक्कर से जीत हासिल की है। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार को मात दी।
अररिया लोकसभा सीट पर आरजेडी के उम्मीदवार सरफराज आलम ने जीत दर्ज की उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार प्रदीप सिंह को अच्छे मार्जन से हराया।
राष्ट्रीय जनता दल ने अपने स्टार प्रचारक और पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद के जेल में रहने के बावजूद अररिया लोकसभा और जहानाबाद विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की, वहीं भभुआ विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जीत दर्ज की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अररिया लोकसभा सीट पर राजग के सरफराज आलम ने भाजपा के प्रदीप कुमार सिंह को लगभग 60 हजार मतों से हराया। जहानाबाद विधानसभा सीट पर, राजग के सुदय यादव ने जनता दल- यूनाइटेड के अभिराम शर्मा को 35,036 मतों से हराया। भभुआ विधानसभा सीट पर, भाजपा की रिंकी पांडे ने कांग्रेस के शंभू पटेल को 15 हजार मतों से हराया। तीनों सीटों पर रविवार को उप चुनाव हुए थे।
इधर, चुनाव नतीजे पर प्रतिक्रिया देते हुए उपमुख्यमंत्री व भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा है कि यह किसी का कोई कमाल नहीं। सहानुभूति का कमाल है। बिहार में लोगों ने परिवारों को जिता दिया। भभुआ में महागठबंधन का कमाल क्यों नहीं चला।
आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने जनता की अदालत में बड़ी विनम्रता से अपनी बात रखी। जनता के प्यार ने विनम्रता और शक्ति प्रदान की है, बाकी लोकतंत्र में जीत-हार चलती रहती है।
आरजेडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि अवाम ने नई इबारत लिख दी है। राजग को छोड़कर राजद के साथ गए पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि जहानाबाद से जदयू उम्मीदवार की हार नीतीश कुमार की हार है। नीतीश को इससे सबक लेनी चाहिए।
इस बीच, कांग्रेस नेता मुन्ना तिवारी ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि कमजोर उम्मीदवार उतारने के कारण ही कांग्रेस की हार हुई। मुन्ना तिवारी ने सदानंद सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि अपने चहेतों को टिकट देने का यही नतीजा होगा, अगर उम्मीदवार कोई दूसरा होता तो जीत पक्की थी।
कांग्रेस को आत्ममंथन की जरूरत है। भभुआ से चुनाव जीतने पर रिंकी रानी पांडेय ने कहा है कि पति के अधूरे काम को पूरा करूंगी, तभी मेरी जीत सार्थक होगी। पति आनंद भूषण पांडेय के असामयिक निधन के बाद पार्टी ने उन्हें भभुआ से टिकट दिया था।