“अगर पकौड़ा तलना वाकई रोजगार है तो इसमें सरकार का योगदान है?”
जहाँ एक तरफ पीएम मोदी के पकौड़ा तलने वाले बयान पर देश की राजनीति में भूचाल आया हुआ है और देशभर में इसकी आलोचना हो रही है वहीं अब मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी कूद पड़ी हैं।
आनंदीबेन भी पकौडो की राजनीति कर रही हैं। अब उन्होंने इस मामले को और हवा दे दी है।
बात दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पकौड़े पर की गई टिप्पणी के बाद पकौड़े को लेकर देश में पहले से ही घमासान चल रहा है। लेकिन अब मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी अपने विचार रखे हैं। उन्होंने छिंदवाड़ा में आदिवासियों के एक कार्यक्रम में कहा कि पकौड़े बनाने में भी करियर बनाया जा सकता है। इसमें कोई बुराई नहीं है।
गोंडवाना सभा के राष्ट्रीय अधिवेशन में राज्यपाल आनंदीबेन ने कहा कि पकौड़ा बनाकर व्यक्ति होटल व्यवसाय में जा सकता है। कांग्रेस की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष का पकौड़ा दिखाना अनुचित था।
उल्लेखनीय है कि गुजरात की मुख्यमंत्री रहीं आनंदीबेन ने एक पखवाड़े पहले राज्यपाल पद की शपथ ली थी। छिंदवाड़ा में आदिवासियों के अधिवेशन में भी उन्होंने आश्वस्त किया कि वह आदिवासी वर्ग की समस्याओं के बारे में राज्य सरकार के साथ बैठक कर समाधान की दिशा में प्रयास करेंगी।
दरअसल कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक निजी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान सवालिया अंदाज में कहा था कि, ‘आप अपने चैनल के बाहर ठेला लगाकर पकौड़े बेच रहे आदमी को इंप्लायड मानेंगे या नहीं?’ पीएम मोदी के इस बयान को लेकर खूब हंगामा हुआ था। राजनीतिक विरोधियों ने आरोप लगाया गया कि प्रधानमंत्री रोजगार जैसे संवेदनशील मसले को लेकर गंभीर नहीं हैं।