राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में चर्चा हो रही थी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जैसे ही धन्यवाद भाषण की शुरुआत की सदन में विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी। विपक्षी सांसदों के साथ एनडीए के सहयोगी पार्टी टीडीपी भी पीएम के भाषण का विरोध किया। विपक्ष ने जिस तरह आज पीएम मोदी पर हमला बोला इसए पीएम मोदी के माथे पर चिंता की रेखा साफ नजर आ रही थी। भाषण के दौरान पीएम मोदी झुंझला रहे थे और वो विपक्ष पर तीखा हमला बोल रहे थे। उन्होंने नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक सबको घसीटा लेकिन विपक्ष ने पीएम मोदी को जुमलेबाजी बताते हुए नारेबाजी जारी रखी।
स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सांसदों से शांत होने की अपील करती रहीं लेकिन सांसदों पर कोई असर नहीं पड़ा और जमकर नारेबाजी करते रहे। हालांकि, इस दौरान पीएम अपना भाषण नहीं रोका और शोरगुल के बीच वह लगातार बोलते रहे।
बजट सत्र के दौरान टीडीपी के सांसद आंध्र प्रदेश के मुद्दे पर ड्रामा बंद करो और धमकाना बंद करो जैसी नारेबाजी करते रहे। सदन के अंदर जुमलेबाजी बंद करो जैसे नारे भी गूंजते रहे। साथ ही झूठा भाषण बंद करो और मैच फिक्सिंग बंद करो जैसे नारे भी सुनाई देते रहे। 15 लाख का क्या हुआ जैसे भी नारे भी कांग्रेसी सांसदों की तरफ से लगाए गए। कांग्रेसी सांसदों ने मैच फिक्सिंग बंद करो जैसे नारे लगाए।
हंगामा और नारेबाजी वैसे तो विपक्ष के सभी सांसद कर रहे थे, लेकिन सबसे ज्यादा आवाज कांग्रेस की सांसद सुस्मिता देव और रंजीता रंजन की सुनाई दे रही थी। साथ ही टीडीपी सांसदो ने भी उनके साथ में नारे लगाते रहे। दरअसल एक जनवरी को आम बजट में आंध्रपदेश के लिए कोई स्पेशल पैकेज का ऐलान नहीं किया गया। इसके बाद से टीडीपी नाराज है।
पीएम ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगता हुए कहा कि आपने मां भारत के टुकड़े कर दिए, इसके बावजूद ये देश आपके साथ रहा। आप उस जमाने में देश में राज कर रहे थे जिस समय विपक्ष न के बराबर था। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि देश के लोगों के रग में लोकतंत्र है। कांग्रेस और नेहरू का ये देन नहीं है।