गोरखालैंड की मांग को लेकर दार्जिलिंग में हो रहे हिंसक प्रदर्शन की वजह से लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त था। इस प्रदर्शन की वजह से ना जाने कितनी जाने चली गयी। करोड़ों रुपए कारोबार नष्ट हुआ। अब जाकर गोरखालैंड पर विवाद थमता नज़र आ रहा है।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अपील के बाद GJM ने अनिश्चितकालीन बन्द को वापस बुलाने का फैसला लिया है।
आपको बता दें कि गोरखालैंड की मांग को लेकर ये हिंसक प्रदर्शन 12 जून से चल रहा था। मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सामान्य स्थिति बहाल करने की अपील की, जिसके बाद जीजेएम नेता बिमल गुरुंग ने आज सुबह 6 बजे से अनिश्चितकालीन बंद वापस लेने की घोषणा कर दी है।
जीजेएम की इस हड़ताल के चलते दार्जिलिंग को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। जीजेएम के उपाध्यक्ष कल्याण देवान ने बताया कि हमारे पार्टी प्रमुख बिमल गुरुंग ने बुधवार सुबह 6 बजे से बंद वापस लेने का फैसला किया है।
बता दें कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) से दार्जिलिंग हिल्स में जारी बंद को खत्म करने की अपील की। साथ ही उन्होंने केंद्रीय गृह सचिव से संबंधित सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए एक आधिकारिक स्तर की बैठक बुलाने को कहा।
गृह मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया, एक लोकतंत्र में, किसी भी समस्या को हल करने के लिए संवाद ही एकमात्र तरीका है। संयम, पारस्परिक संवाद से कानून के दायरे में हल निकाला जा सकता है।
गृह मंत्री ने कहा, ‘मैं जीजेएम और उसके नेता बिमल गुरुंग से अपील करता हूं कि बंद को वापस लें। विशेषकर त्यौहार के माहौल को देखते हुए इस क्षेत्र में सामान्य जनजीवन बहाल करने में मदद करें।’ सिंह ने गृह सचिव से सभी संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए एक पखवाड़े के अंदर गृह मंत्रालय में एक आधिकारिक स्तर की बैठक आयोजित करने का आदेश दिया है।
सिंह ने कहा, जीजेएम के आह्वान पर जारी बंद से अभी तक 11 लोगों की जान गई है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। वहां जो कुछ भी हुआ है, उससे मुझे काफी कष्ट हुआ है। गौरतलब है कि अलग गोरखालैंड की मांग को लेकर जीजेएम द्वारा पिछले 12 जून से दार्जिलिंग में बंद जारी है।