आतंकी बुरहान वानी की पहली बरसी को देखते हुए पूरे कश्मीर को अलर्ट पर रखा गया है। पाकिस्तान द्वारा चल रहे प्रायोजित आतंकवादियों की कमर तोड़ते भारतीय जवानों पर पत्थरबाजी की भी आशंका है। दरअसल अलगावादी पाकिस्तान के समर्थन से पूरे कश्मीर में हिंसा फैलाने पर उतारूँ हैं जिसकी वजह से आतंकी बुरहान वानी को उन्होंने शहीद बताया और आजके दिन को इन कथित अलगावादी आतंकवादियों ने घाटी में हिंसा फैलाने के लिए चुना। लेकिन सुरक्षा एजेंसियों के अलर्ट और भारतीय सेना की मुस्तैदी की वजह से आतंकवादी बुरहान वानी की बरसी पर हिंसा नही कर पा रहे हैं लेकिन बाबजूद इसके भारतीय सेना अपने पूरे अलर्ट पर है।
आपको बता दें कि हिंसा की आशंका तथा अलगाववादियों के बंद के आह्वान पर घाटी में भारी फोर्स तैनाती की गई है। ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के साथ ही दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग और पुलवामा तथा उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है।
किसी के भी बाहर निकलने तथा वाहनों के चलने पर पाबंदी रहेगी। हालांकि, आपात सेवा तथा कर्मचारियों को इस सेवा से मुक्त रखा गया है। हुर्रियत (जी) प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी, हुर्रियत (एम) प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक सहित सभी प्रमुख अलगाववादियों को नजरबंद रखा गया है।
अलगाववादियों के शनिवार को त्राल चलो आह्वान को देखते हुए बुरहान के पैतृक आवास त्राल को सील कर दिया गया है। बनिहाल से बारामुला के बीच ट्रेन सेवा स्थगित कर दी गई है। इंटरनेट सेवा ठप है। सोशल साइट्स को ब्लाक कर दिया गया है और हाई स्पीड इंटरनेट पर रोक लगा दी गई है। माहौल बिगाड़ने की साजिश के मद्देनजर शिक्षण संस्थानों को एहतियातन बंद कर दिया गया है।