ट्रंप वैसे तो अपने चुनावी सभाओं में खुलेआम मुस्लिम विरोधी होने का प्रदर्शन करते आये थे लेकिन अब दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश का राष्ट्रपति बनने के बाद भी अपना विरोध जारी रखा है। पहले मुस्लिम देशों के लोगों की अमेरिकी यात्रा पर प्रतिबंध लगाया इसके बाद खुलेआम उनकी आलोचना की।
और आज जब ईद का मौका है तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में सालों से चली आ रही इफ्तार डिनर की परंपरा को तोड़ दिया है। व्हाइट हाउस में डिनर पार्टी रमजान के महीने में दी जाती थी। दिसंबर, 1805 में पहली बार पूर्व अमेरिका राष्ट्रपति थोमस जैफरसन ने इस इफ्तार डिनर की शुरूआत की थी। पहली इफ्तार डिनर पार्टी में राष्ट्रपति ने ट्यूनिशिया के राजदूत सिदी सोलमेन मेलीमेली को न्यौता दिया था। आज यानि सोमावर को दुनियाभर में ईद मनाई जा रही है।
212 सालों से चली व्हाइट हाउस में इफ्तार डिनर देने की प्रथा को समाप्त करने वाले मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सबको चौका दिया है। क्योंकि इससे पहले अमेरिका के सभी राष्ट्रपति ने इस प्रथा का परंपरानुसार पालन किया। यहां तक कि पिछले साल पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी इस प्रथा को आखिरी तक जारी रखा।
व्हाइट हाउस से इतर शनिवार रात को जारी किये बयान से ये जानाकारी मिली कि अमेरिका में मौजूद मुसलमानों ने विश्व में रमजान के महीने को विश्वास और चैरिटी के लिए मनाया, लेकिन अब लोग ईद परिवार और दोस्तों के साथ भी मिलकर मनाते हैं। इफ्तार डिनर की प्रथा को पड़ोसी देशों की सहायता करने और मधूर रिश्ते बनाने के लिए सदियों से जारी की हुई थी।
इस डिनर में अमरीकी मुस्लिम समुदाय के अहम लोग शामिल होते थे। इसके साथ ही इसमें कांग्रेस सदस्य और मुस्लिम देशों के डिप्लोमैट भी शरीक होते थे। बता दें कि ट्रंप के मुस्लिम समुदाय के साथ जटिल रिश्ते हैं और इस फैसले से पूरा देश आश्चर्यचकित है।