भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा था कि पीएम मोदी किसी भी हालत में नवाज शरीफ से मुलाकात नहीं करेंगे। पाकिस्तान लगातार सीज़ फायर का उलंघन कर रहा है इसके अलावा भारतीय सैनिकों के शव के साथ जो दुर्व्यवहार पाकिस्तानी आतंकवादियों और सैनिकों ने किया उसके बाद दोनों देशों में तनातनी होने के बाद अटकलें लगाई गयीं कि अब पीएम मोदी किसी भी सूरत में नवाज शरीफ से नहीं मिलेंगे और इस बात की विदेश मंत्रालय ने पुष्टि भी की। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि पीएम मोदी और नवाज की मीटिंग नहीं होनी है।
लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी बातों को दरकिनार कर आखिरकार कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में गुरुवार को पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ से मुलाकात की।
लेकिन जैसे मीडिया में ख़बरें चलर यही थी कि पाकिस्तान की आतंकी हरकतों की वजह से पीएम मोदी आहत है और वे पाकिस्तानी पीएम से मुलाकात नहीं करेंगे। पाकिस्तान ने अभी हाल ही में कई बार सीज़फायर का उलंघन किया था इसके अलावा पाकिस्तानी सेना ने भारत के सैनिकों के शवों के साथ जो किया इसके बाद तो रिश्तों में और कटुता आ गयी थी। लेकिन पीएम मोदी ने एक बार फिर पहल की और नवाज से मुलाकात हो गयी।
सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान मोदी ने नवाज शरीफ से उनका हालचाल जाना। इस दौरान दोनों ने एक-दूसरे का अभिवादन भी किया। हालांकि दोनों की मुलाकात की आधिकारिक जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है।
बता दें कि शरीफ की ओपन हार्ट सर्जरी के बाद दोनों देशों के प्रमुखों की यह पहली मुलाकात थी और मोदी ने शरीफ की सेहत के बारे में जाना।
गौरतलब है कि शरीफ और मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने अस्ताना पहुंचे हैं। भारत और पाकिस्तान को इसकी पूर्ण सदस्यता दी जानी है।
शंघाई में 1996 में बने इस संगठन में चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं। अभी तक भारत और पाकिस्तान को अफगनिस्तान, बेलारूस, ईरान और मंगोलिया के साथ पर्यवेक्षक का दर्जा मिला हुआ था। भारत और पाकिस्तान को इसमें शामिल किए जाने से अब इस संगठन के कदम मध्य एशिया से दक्षिण एशिया की ओर और गहरे होंगे।