पीएम की रूस यात्रा कई मायनों में बहुत अच्छी साबित हो रही है, वैसे तो रूस भारत बहुत पुराना दोस्त है लेकिन मोदी के प्रधानमंत्री बनते ही भारत रूस के संबंधों में तल्खी सी आ गयी थी क्योंकि मोदी ने रूस को दरकिनार कर अमेरिका का साथ लिया। लेकिन मोदी की विदेश रानीति काम आयी और को फिर लिया और दुनिया को सन्देश दे दिया कि भारत और रूस अच्छे मित्र ही नहीं बल्कि एक दूसरे साथ दिल से दिल जुड़े हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार देशों की यात्रा पर निकले हुए हैं। अपने छह दिन के इस दौरे में पीएम मोदी रूस पहुंच गए हैं। उनकी इस यात्रा के साथ ही भारत और रूस के बीच कई अहम समझौते हुए हैं। अब रूस की ओर से एस 400 ट्रायम्फ एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम भारत को देने की तैयारियां शुरू हो गई है।
खास बात है कि एस-400 से भारतीय सेना चीन को टक्कर देने में पीछे नहीं रहेगा। रूस की उप-प्रधानमंत्री दिमित्री रोगोजिन ने ये ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि एस-400 के लिए तैयारियों में तेजी कर ली गई हैं, लेकिन ये कहना मुश्किल है कब तक इन्हें भारत को सौंपा जा सकेगा।
रूस की नई एयर डिफेंस सिस्टम का हिस्सा माने जाने वाला एस-400 दुश्मन के विमान को चीर देने की हिम्मत रखता है। 2007 में रूस की सेना में तैनात हुए इस एयक्राफ्ट सिस्टम से दुश्मन के प्लेन, बैलिस्टिक मिसाइलों और ठिकानों को पलभर में खत्म किया जा सकता है।
ये सिस्टम 400 किलोमीटर तक की रेंज पर वार कर सकता है। बता दें कि भारत ने पिछले साल 15 अक्तूबर को इस एंटी एयरक्राफ्ट सिस्टम पर समझौते का ऐलान किया था। बताया जाता है कि इसकी कीमत पांच अरब डॉलर से ज्यादा है।