आतंकवादियों की कमर तोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ने नोटबंदी की थी, प्रधानमंत्री ने नोटबंदी के वक़्त कहा था कि नक्सली और आतंकवादियों की कमर तोड़ने के लिए नोटबंदी की है। लेकिन प्रधानमंत्री के अबतक के सबसे बड़े फैसले को धता बताते हुए नक्सली और आतंकवादी दोनों अपने नापाक कामों को अंजाम दे रहे हैं।
जबसे नोटबंदी हुई है तब से सैंकड़ों नक्सली और आतंकवादी हमले हुए हैं।
कश्मीर में नोटबंदी के बाद से अबतक कई बैंक लुट चुके हैं सैंकड़ों सैनिक, पुलिस वाले अपनी जान गंवा चुके हैं और पाकिस्तान की तरफ से लगातार सीज़फायर का उलंघन हो रहा है।
कश्मीर में लगातार बैंक लूटने की घटनाएं सामने आ रही हैं लगभग 1 साल में 10 बैंक लूटने को घटनाएं सामने आती रही हैं अभी 3 दिन में 4 बैंक, 2 गार्ड, 5 पुकिसकर्मियों की हत्या इस बात का सबूत हैं कि आतंकवादियों के हौसले कितने बुलंद हैं कि वो बेख़ौफ़ अपने काम को अंजाम दे रहे हैं।
कश्मीर घाटी में आतंकियों ने अपना निशाना अब बैंकों को बनाना शुरू कर दिया है। पिछले तीन दिन में आतंकियों ने 4 बैंक लूटें, जिसमें 5 पुलिसकर्मी शहीद हो गए और 2 गार्ड भी मारे गए हैं। आतंकियों ने कुल मिलाकर 7 लाख रुपये भी बैंक से लूट लिए हैं।
बुधवार को आतंकियों ने दो घंटे में पुलवामा जिले की दो बैंकों मे लूट की। पहली वारदात पांच आतंकियों ने वहीबग गांव में स्थित इलाकुई देहाती बैंक में की जहां से उन्होंने 5 लाख रुपये लूटे। वहीं इसके बाद जिले के निहामा काकापोरा गांव में स्थित जेके बैंक की शाखा में 4 बदूंकधारियों ने 1 लाख, 60 हजार रुपये लूट लिए।
इससे पहले मंगलवार को कैश वैन पर हमले के 24 घंटे के भीतर ही हथियारबंद आतंकियों ने घाटी में एक और बैंक लूट की घटना को अंजाम दे दिया। दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकियों ने इलाकाई देहाती बैंक से 65 हजार रुपये लूट लिए। घटना के बाद फरार आतंकियों की धरपकड़ के लिए सर्च आपरेशन चलाया गया। पुलिस ने आतंकियों के बारे मे सूचना देने वालों को 5 लाख का इनाम देने की घोषणा की है।
सोमवार को भी आतंकियों ने कुलगाम में जेके बैंक की कैश वैन को लूटने के लिए हमला किया था। अंधाधुंध फायरिंग में पांच पुलिस कर्मियों और दो बैंक गार्डों की मौत हो गई थी। कैश न मिलने पर आतंकी मारे गए पुलिस कर्मियों के चार हथियार लूट ले गए थे। पुलिस के अनुसार घटना की जांच की जा रही है। घटना में शामिल आतंकियों की शिनाख्त की कोशिश की जा रही है।
मंगलवार को जिले के यारीपोरा क्षेत्र के कादेर स्थित बैंक की शाखा में हथियारबंद चार आतंकी पहुंचे। तीन आतंकी बैंक के अंदर घुसे और एक बाहर निगरानी करता रहा। आतंकियों ने हथियारों से बैंक कर्मियों को डरा-धमकाकर 65 हजार रुपये लूट लिए। इसके बाद धमकी देते हुए आतंकी फरार हो गए। आतंकियों के जाने के बाद बैंक कर्मियों ने पुलिस को सूचना दी।
सूचना पाकर पहुंचे सुरक्षा बलों ने बैंक कर्मियों से घटना की जानकारी हासिल की। इसके साथ ही आसपास के इलाकों में सर्च आपरेशन शुरू किया, ताकि घटना में शामिल आतंकियों की धरपकड़ की जा सके। घटना के बाद पूरे इलाके में चौकसी बढ़ा दी गई। नाकों पर चेकिंग तेज कर दी गई। हर आने-जाने वालों को तलाशी के बाद ही छोड़ा जा रहा था।
सीमा पार से फंडिंग और हथियारों की सप्लाई लगभग थम जाने से बौखलाए आतंकियों ने घाटी में हथियार और बैंक लूट की साजिश के तहत हमले तेज किए हैं। इनपुट हैं कि इसके लिए दक्षिणी कश्मीर को निशाना बनाया गया है। हिजबुल को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम, शोपियां और अनंतनाग में ज्यादा से ज्यादा घटनाओं को अंजाम देकर आतंकी नेटवर्क केे लिए हथियार तथा फंड उपलब्ध कराने के लिए स्थानीय आतंकियों के इस्तेमाल की हिदायत दी गई है। सुरक्षा एजेंसियों के पास इस खतरनाक ट्रेंड के इनपुट हैं।
नोटबंदी के बाद से ही फंड की कमी से जूझ रही आतंकी तंजीमों को सीमा पार से इस बात के निर्देश मिले हैं कि वे लूट की वारदातों को ज्यादा से ज्यादा अंजाम दें। ओवर ग्राउंड वर्करों की मदद से इन घटनाओं को अमलीजामा पहनाकर फंड का इस्तेमाल संगठन को चलाने तथा आतंकी गतिविधियों में किया जाए। हाल के दिनों में आतंकी संगठनों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 20 से अधिक आतंकियों के मारे जाने के बाद हथियारों की भी कमी होने लगी है।