बंगाल की खाड़ी में मौजूद चक्रवाती तूफान ‘मोरा’ बांग्लादेश के समुद्री तट से टकरा गया है और बेहद तीव्र गति से भारत की ओर बढ़ रहा है। संभावना जताई जा रही है कि दोपहर तक भारत के तटीय क्षेत्रों में ये अपना असर दिखाएगा। मौसम वैज्ञानिकों ने मंगलवार दोपहर तक बांग्लादेश के तट को छूने की संभावना जताई थी, लेकिन अपनी तीव्रता की वजह से ये सुबह ही बांग्लादेश के तट से टकरा गया था।
मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि मंगलवार यानि आज मोरा पूर्वोत्तर के राज्यों को छुते हुए केरल तक पहुंचेगा। जिसकी वजह से इन राज्यों में भारी बारिश होगी। ऐसे में केरल में आज ही मानसून पहुंच जाएगा। साधारणत: मानसून पहले केरल पहुंचता है, लेकिन पहले ये पूर्वोत्तर के राज्यों में पहुंचेगा। मौसम वैज्ञानिकों ने मोरी की वजह से उत्तर पूर्वी राज्यों में 2.5 mm बारिश की संभावना जताई है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आज दक्षिण असम, मेघालय, त्रिपुरा, और मिजोरम में भारी बारिश हो सकती है। अरुणाचल और नागालैंड में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही दक्षिण असम, मणिपुर, मेघालय और मिजोरम में 45 से 65 किलोमीटर की स्पीड से तेज हवाओं की संभावना जताई गई है। मछुआरों को समंदर से दूर रहने की चेतावनी भी जारी की गई है।
31 मई को असम, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम, नागालैंड, और अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा अंडमान निकोबार द्वीप समूह, कर्नाटक और केरल के समुद्री तट पर भी भारी बारिश की संभावना है।
1 जून को भी मौसम में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इसमें असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अंडमान निकोबार द्वीप समूह और केरल प्रभावित क्षेत्र होंगे।
2 जून को असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अंडमान निकोबार द्वीप, केरल में भारी बारिश होगी।